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अनिल मिश्र/पटना 6 फरवरी: एक कहावत बहुत ही प्रचलित है कि बड़े मछलियाँ ही छोटे मछलियों को अपना शिकार बनाती है। यानी बड़े पद पर कार्यरत लोग छोटे पर घौंस दिखाकर कुछ भी कर सकते हैं। ऐसा ही मामला बिहार की राजधानी पटना से आए हैं। दरअसल पटना के जक्कनपुर थाना कैम्पस में एक दलित महिला पुलिस अवर निरीक्षक (एसआई) का यौन शोषण का मामला प्रकाश में आया है। इसी थाने में तैनात दलित महिला पुलिस अवर निरीक्षक सुनीता कुमारी(काल्पनिक नाम)ने तत्कालीन थानाध्यक्ष रहे सुदामा कुमार सिंह पर यौन शोषण करने के साथ-साथ मारपीट करने का आरोप लगाए गए हैं। महिला पुलिस अवर निरीक्षक ने पटना स्थित अनुसूचित जाति- अनुसूचित जनजाति थाने में सुदामा सिंह के खिलाफ लिखित आवेदन देकर न्यूड वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करने का आरोप लगाकर इंसाफ की गुहार लगाई है। आवेदन के अनुसार महिला अवर निरीक्षक ने सुदामा कुमार सिंह पर यौन शोषण के दौरान गर्भवती होने के बाद 15सितम्बर 2023को पेट पर लात मारने के कारण गर्भपात होने का भी आरोप लगाया गया है।
यौन शोषण की शिकार महिला अवर निरीक्षक ने बताया है कि सुदामा कुमार सिंह द्वारा थाना के काम के अलावे उन्हें अपने आवास पर बुलाकर यौन शोषण किया जाता रहा है। ऐसा नहीं करने पर अपने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से अच्छे संबंध होने का रौव दिखाकर पिछले डेढ साल से उनका यौन शोषण किया जा रहा था। सुदामा सिंह द्वारा एक बार अपने आवास पर बुलाकर सुनिता कुमारी को काॅफी पिलाया गया था। काॅफी पीने के बाद सुनीता उन्हीं के आवास पर बेहोश होकर गिर गई थी। होश होने के बाद उसके शरीर से पूरे कपड़े गायब थी। उसी दौरान सुदामा कुमार सिंह ने न्यूड वीडियो बनाकर उसे ब्लैकमेल कर रहा था। हर समय उसके इस वीडियो को उसके पति को दिखाने की बात कह यौन शोषण किया करता था। इसी दौरान गर्भवती होने की जानकारी के बाद सुदामा कुमार सिंह ने पेट पर लात मार दिया। जिससे उसका गर्भपात हो गई। इस संबंध में पीड़ित महिला पुलिस अवर निरीक्षक ने लिखित शिकायत की है। जिस पर प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। इस बाबत आवेदन की प्रति राष्ट्रीय महिला आयोग और राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग को भी भेजी गई है। वहीं इस पीड़ित महिला अवर निरीक्षक द्वारा सुदामा कुमार सिंह के खिलाफ विभागीय कार्रवाई करने के लिए वरीय पुलिस अधिकारियों का आश्वासन दिया गया है। लेकिन इसी बीच उन्हें सहरसा तबादल कर दिया गया है।