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डिब्रूगढ़ , 18 अक्टुबर, संदीप अग्रवाल
शारदीय नवरात्र में दुर्गोत्सव के पालन की पौराणिक परंपरा रही है। इसी के तहत हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी डिब्रूगढ़ की प्रसिद्ध ” ज्योतिनगर सार्वजनिक श्री दुर्गा पूजा समिति ” अपने 30 वें वर्ष की दुर्गा पूजा पालन की तैयारी में पुरजोर तरीके से जुटी हुई है। सुदूर पश्चिम बंगाल से आए कारीगर पंडाल को अंतिम रूप देने में तत्पर है। पंडाल एवं अन्य सभी सजावट की थीम को पर्यावरण अनुकूल रखते हुए “एक भारत श्रेष्ठ भारत” एवं “अनेकता में एकता” को रखा गया है।
सन् 1994 में स्थापित ज्योतिनगर सार्वजनिक श्री दुर्गा पूजा समिति हर वर्ष बड़े ही सुंदर एवं भव्य रूप से दुर्गा पूजा का आयोजन करती आई है और हमेशा ही भक्तजनों में विशेष आकर्षण का केंद्र बनी हुई है। हजारों की संख्या में लोग ज्योतिनगर पूजा पंडाल में जगत-जननी, माता अंबा, मां-भवानी के दर्शन के लिए सप्तमी अष्टमी तथा नवमी को उमड़ पड़ते हैं। इस वर्ष यहां असम के प्रसिद्ध बांसों से पर्यावरण के अनुकूल पंडाल का निर्माण किया गया है | पंडाल निर्माण में लगभग 6000 छोटे बड़े बांसों का प्रयोग किया गया है, बांस को छोटे छोटे टुकड़ों में काटकर मनमोहक आकृतियाँ भी बनाई गयी है | आयोजकों द्वारा पूजा देखने आने वाले भक्तों के लिए शुद्ध पेयजल की व्ययवस्था भी की गयी है | साथ ही मेन रोड से पूजा पंडाल तक बुजुर्गों को लाने और वापस छोड़ने के लिए “ई रिक्शा” की सुविधा भी आयोजकों द्वारा प्रदान की जायेगी | ज्ञात हो कि इस पूजा समिति को बहुत बार ” स्वछता और अनुशासन ” के लिये पुरस्कार भी मिल चुके है |
हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी आगामी 20 अक्टूबर षष्ठी तिथि के दिन संध्या के समय सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ दुर्गा उत्सव का आरंभ हो जाएगा एवं 21, 22 तथा 23 तारीख की नवमी तक दुर्गा पूजन के पश्चात 24 अक्टूबर को दशहरे के दिन माता दुर्गा की प्रतिमा का ब्रह्मपुत्र नद में पारंपरिक शोभायात्रा के साथ विसर्जन किया जाएगा। सदा की भांति इस वर्ष भी पूर्ण रूप से पारंपरिक पोशाक एवं पहनावे के साथ दुर्गा प्रतिमा को तैयार किया जा रहा है। रात के समय अंधकार को चीरते हुए संपूर्ण पर्यावरण को आलोकित करने वाली विद्युतीय साज-सज्जा के बीच पंडाल एवं दुर्गा प्रतिमा एक ऐसी छवि प्रस्तुत करेगी मानो सारा ब्रह्मांड देदीप्यमान हो रहा हो। वैदिक मंत्रो के स्वर की उच्च ध्वनी के द्वारा जगत जननी जगदंबा को प्रसन्न करने की एवं अपने सभी भक्तजनों पर अपार कृपा बरसाने की तथा “एक भारत श्रेष्ठ भारत” के सपने को साकार करने की प्रार्थना की जाएगी। ऐसे में ज्योतिनगर सार्वजनिक श्री दुर्गा पूजा समिति के सभी सदस्य डिब्रूगढ़ एवं आसपास के अंचल के सभी भक्तजनों से विनम्र अनुरोध करते है कि वे सभी अधिक से अधिक संख्या में पूजा पंडाल में पधारे एवं भगवती दुर्गा भवानी के दर्शन लाभ कर पुण्य के भागी बने।