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शिव कुमार शिलचर, 16 जनवरी:
पर्यावरणीय क्षरण को रोकने और टिकाऊ जीवनशैली को बढ़ावा देने के लिए गुरुवार को शिलचर के कार्यालय क्षेत्र में एक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। सेंट्रल ब्यूरो ऑफ कम्युनिकेशन, शिलचर फील्ड ऑफिस द्वारा आयोजित इस सभा में विशेषज्ञों, शिक्षाविदों और समाजसेवियों ने पर्यावरण संरक्षण के महत्व पर विचार साझा किए। कार्यक्रम की अध्यक्षता समाजसेवी बाबुल नारायण काल ने की। असम विश्वविद्यालय के जीव विज्ञान विभाग के प्रोफेसर डॉ. शुभदीप राय चौधुरी ने पर्यावरणीय क्षरण, वनों की कटाई, वायु प्रदूषण, और जल व ऊर्जा संरक्षण जैसे मुद्दों पर प्रकाश डाला। उन्होंने सिंगल-यूज़ प्लास्टिक के परित्याग और कचरे के वैज्ञानिक निपटारे पर भी जोर दिया।
असम विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डॉ. निरंजन राय ने कहा कि कोविड महामारी के दौरान पर्यावरण अनुकूल जीवनशैली न होने के कारण समस्याओं का सामना करना पड़ा। उन्होंने भविष्य की पीढ़ियों के लिए हरित और स्वच्छ पर्यावरण सुनिश्चित करने की अपील की।सेंट्रल ब्यूरो ऑफ कम्युनिकेशन के क्षेत्र प्रचार अधिकारी डबलू पंथैबी सिंह ने सभा का उद्देश्य स्पष्ट करते हुए सभी को स्वच्छ और हरा-भरा भविष्य सुनिश्चित करने के लिए प्रेरित किया।
इस कार्यक्रम में चाय युवा कल्याण समिति ने सहयोग दिया। समिति का प्रतिनिधित्व करते हुए बीजू कर्मकार और विश्वजीत कैरी ने भी विचार व्यक्त किए।समाजसेवी संचिता आचार्य, शिक्षाविद संतोष रंजन चक्रवर्ती, और पायलापुल नेहरू कॉलेज के प्राचार्य शुभजीत चक्रवर्ती ने भी अपने विचार रखे।

कार्यक्रम के दौरान पर्यावरण संरक्षण से जुड़े विषयों पर एक क्विज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें कछार कॉलेज, जीसी कॉलेज, डोलू एचएस स्कूल और अन्य शिक्षण संस्थानों के छात्रों ने भाग लिया।इस सभा ने पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाने और टिकाऊ जीवनशैली अपनाने की आवश्यकता को रेखांकित किया। सभा में उपस्थित लोगों ने पर्यावरण संरक्षण के लिए सामूहिक प्रयास करने का संकल्प लिया।





















