शिलचर, 20 अप्रैल: पश्चिम बंगाल में वक्फ बिल के नाम पर हिंदू समुदाय को निशाना बनाकर की जा रही हिंसा, हत्या और लूटपाट के विरोध में विश्व हिंदू परिषद (विहिप) और बजरंग दल ने शनिवार को महामहिम राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन सौंपा। यह ज्ञापन कछार जिला समिति द्वारा प्रस्तुत किया गया, जिसमें राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग की गई है।
बजरंग दल के प्रतिनिधि मिठुन नाथ ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि पश्चिम बंगाल में जो घटनाएं हो रही हैं, वे अत्यंत चिंता जनक हैं। वक्फ कानून का दुरुपयोग कर योजनाबद्ध तरीके से हिंदुओं के घरों को निशाना बनाया जा रहा है। उनके अनुसार, जैसे कश्मीर में हिंदुओं पर अत्याचार हुए थे, उसी प्रकार अब बंगाल में हिंदुओं के घर चिह्नित कर उन्हें निशाना बनाया जा रहा है—हत्या, हिंसा और संपत्तियों की लूट के माध्यम से।
नाथ ने कहा कि विश्व हिंदू परिषद इस घटना के विरोध में देशव्यापी स्तर पर प्रदर्शन और धरना कार्यक्रमों की योजना बना रही है, जिसके अंतर्गत विभिन्न जिलों में महामहिम राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपे जाएंगे। हालांकि कछार में आदर्श आचार संहिता लागू होने के कारण कोई सार्वजनिक विरोध प्रदर्शन आयोजित नहीं किया गया।
विहिप के पदाधिकारियों का आरोप है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी जिस प्रकार का पश्चिम बंगाल बनाना चाहती हैं, उसमें हिंदुओं की स्थिति देखकर यह स्पष्ट नहीं होता कि वह भारत का हिस्सा है या बांग्लादेश का। उन्होंने चेतावनी दी कि विहिप इस तरह की सांप्रदायिक राजनीति और अत्याचार को किसी भी हाल में स्वीकार नहीं करेगी।
ज्ञापन में यह मांग की गई है कि बंगाल में जल्द से जल्द राष्ट्रपति शासन लागू किया जाए, ताकि वहां रहने वाले हिंदू समुदाय के लोग सुरक्षित महसूस कर सकें और उन्हें न्याय मिल सके।





















