इस्लामाबाद। पाकिस्तान के रिटायर्ड आर्मी ब्रिगेडियर और ISI एजेंट आमिर हामजा मारा गया है. पंजाब में अज्ञात हमलावरों ने उसकी गोली मारकर हत्या कर दी है. आमिर हामजा, भारत के सबसे बड़े दुश्मनों में से एक था. उसने कश्मीर घाटी को दहलाने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी थी. भारतीय सुरक्षा एजेंसियों के लिए वह बड़ा खतरा बना था. आमिर हामजा कश्मीर में दहशत फैलाने की साजिश रचता था. सुंजवान के आर्मी कैंप पर साल 2018 में हुए आतंकी हमले का मास्टरमाइंड आमिर हामजा को ही माना जाता है.
आमिर हामजा की इस साजिश में 6 भारतीय सैनिक मारे गए थे, वहीं 12 से ज्यादा जवान बुरी तरह जख्मी हो गए थे. वह सुंजवान हमले में शामिल दूसरा आतंकी है, जिसकी हत्या हुई है. बीते साल नवंबर में लश्कर के कमांडर ख्वाजा शाहिद उर्फ मिया मुजाहिद का पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में खात्मा हुआ था.
जिस वक्त हमला हुआ, आमिर हामजा कार में सवार था, उसकी पत्नी और बेटी भी उसी कार में सवार थीं. उन्हें भी चोटें आई हैं. शूटर सिर्फ आमिर हामजा को मारने आए थे. हमला पंजाब के झेलम जिले में हुआ था. हामजा की कार पर मोटरसाइकिल पर सवार होकर 4 लोगों ने धड़ाधड़ गोलियां बरसाईं और उसने मौके पर ही दम तोड़ दिया. हमलावर कौन हैं, अभी तक पहचान सामने नहीं आई है.
पाकिस्तानी मीडिया का दावा है कि कार झेलम में लीला इंटरचेंज पर जैसे ही पहुंची थी, तभी दो बाइकों पर सवार चार लोगों ने उसे दोनों तरफ से घेर लिया. झेलम पुलिस ने कहा कि पीछे बैठे लोगों ने अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी, और उसके बाद मौके से भाग गए. पाकिस्तान में ‘अनजान’ हमलावरों की संख्या बढ़ गई है. पाकिस्तानी सरकार को लगता है कि भारतीय एजेंसियां ये कत्ल करा रही हैं लेकिन भारत ऐसे किसी भी हमले से इनकार करता रहा है.
पाकिस्तान के एक्सप्रेस ट्रिब्यून अखबार ने लिखा, ‘हामजा का भाई अयूब हमले का गवाह था. वह हमले के वक्त बाइक पर था और कार के पीछे चल रहा था. उसी ने शिकायत दी है लेकिन पुलिस उससे पूछताछ कर रही है. यह टार्गेट किलिंग है, इसके बारे में हम छानबीन कर रहे हैं.’ आमिर हामजा, पाकिस्तान में आला कद का अधिकारी रहा है. वह इमरजेंसी सर्विस एकेडमी का डायरेक्टर था.