स्वस्थ, सुरक्षित और स्वादिष्ट मध्याह्न भोजन की दिशा में एक सार्थक पहल
पालंघाट, 9 अप्रैल: पालंघाट क्लस्टर में एक दिवसीय विशेष प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें मध्याह्न भोजन योजना (MDM) के तहत कार्यरत कुक कम हेल्पर्स को खाद्य सुरक्षा, पोषण, स्वच्छता और गुणवत्तापूर्ण भोजन निर्माण के बारे में प्रशिक्षण दिया गया। यह कार्यशाला केंद्र सरकार समर्थित समग्र शिक्षा अभियान मिशन के अंतर्गत आयोजित की गई थी, जिसका उद्देश्य कक्षा 1 से 8 तक के विद्यार्थियों को संतुलित और पौष्टिक मध्याह्न भोजन सुनिश्चित कराना है।
प्रशिक्षण के दौरान, प्राथमिक स्तर के छात्रों के लिए 450 कैलोरी व 12 ग्राम प्रोटीन तथा उच्च प्राथमिक स्तर के छात्रों के लिए 700 कैलोरी व 20 ग्राम प्रोटीन वाले भोजन की आवश्यकता और महत्व पर प्रकाश डाला गया। हेल्पर्स को स्वस्थ और स्वादिष्ट भोजन पकाने की विधियों के साथ-साथ खाद्य सुरक्षा के दिशा-निर्देशों, रसोईघर की स्वच्छता, व्यक्तिगत सफाई और पीएम पोषण योजना के उद्देश्यों की जानकारी दी गई।
कार्यशाला की विशेषता रही 12 प्रकार की पौष्टिक व स्थानीय स्वाद से भरपूर रेसिपी का प्रदर्शन, जिनमें सफेद चावल, जीरा चावल, नींबू पीला चावल, भुना खिचड़ी, वेज फ्राइड राइस, साग वाला दाल, आलू अंडा मसाला, फलाधारी कोफ्ता, बिलाही टोक और मिष्ठान्न जैसी रेसिपी शामिल थीं। प्रशिक्षुओं ने स्वयं इन व्यंजनों को तैयार किया और उसके उपरांत एक सुंदर प्रदर्शनी का आयोजन किया गया।
इस मौके पर खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय से गणमान्य अतिथियों – श्री मतिलाल ग्वाला, श्री नीलाद्री कर पुरकायस्थ, श्रीमती करबी भारती और श्री उत्तम ग्वाला – ने प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन किया तथा इस पहल की सराहना की। उन्होंने कहा कि इस तरह के प्रशिक्षण न केवल भोजन की गुणवत्ता को बढ़ाते हैं, बल्कि बच्चों के पोषण स्तर में सुधार लाने में भी सहायक सिद्ध होते हैं।
कार्यशाला के अंत में सभी प्रतिभागियों को उनके द्वारा बनाए गए व्यंजनों का स्वादिष्ट मध्याह्न भोजन परोसा गया। इसके बाद राष्ट्रगीत गाया गया और कार्यक्रम का औपचारिक समापन हुआ। पालंघाट क्लस्टर के सीआरसीसी श्री प्रणय पाल ने इस सफल आयोजन में सहयोग देने वाले सभी अधिकारियों, प्रशिक्षकों और प्रतिभागियों का हार्दिक धन्यवाद ज्ञापित किया।
यह प्रशिक्षण कार्यशाला एक प्रेरक कदम के रूप में सामने आई है, जो बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य और शिक्षा की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी।




















