पालरबंद चाय बागान अचानक लाक आउट, दो हज़ार मज़दूरों पर संकट
चंद्रशेखर ग्वाला, लखीपुर (23 सितंबर)
लखीपुर सह-जिला क्षेत्र का पालरबंद चाय बागान बिना किसी पूर्व सूचना के अचानक बंद कर दिया गया। प्रबंधन द्वारा न तो मज़दूरों को राशन दिया गया और न ही पूजा बोनस, बल्कि रात के अंधेरे में प्रबंधक बागान छोड़कर फरार हो गए। इस घटना से पालरबंद समेत पाँचों फाड़ी बागानों के लगभग 2,000 मज़दूर हताशा और असमंजस में हैं।
सूत्रों के अनुसार, बागान प्रबंधक चयन देव पहले ही छुट्टी पर चले गए थे। सोमवार दोपहर पाँचों बागानों के सहायक प्रबंधकों ने मालिक संजीव तुलसियान को सामूहिक इस्तीफ़ा भेज दिया। उसी रात बागान के निदेशक सी.पी. अग्रवाल ने सहायक श्रम आयुक्त, बराक टी वर्कर्स यूनियन और कछाड़ के जिलाधिकारी को ईमेल भेजकर औपचारिक रूप से लाक आउट की घोषणा कर दी।
श्रमिकों की दुर्दशा
मज़दूरों को पिछले हफ़्ते का वेतन और राशन भी नहीं मिला है। कई सालों से यहाँ तलब और राशन अनियमित रूप से मिल रहे थे। इतना ही नहीं, मालिक ने मज़दूरों की पेंशन हेतु जमा की जाने वाली राशि भी नहीं जमा की।
इस बीच, भारतमाला परियोजना के तहत सड़क निर्माण के लिए भूमि अधिग्रहण का 7.5 करोड़ रुपये का मुआवज़ा बागान अधिकारियों को दिया गया था। बराक चाय श्रमिक यूनियन ने प्रशासन से आग्रह किया था कि यह राशि सीधे श्रमिकों के बकाया भुगतान में खर्च की जाए, परंतु जिला प्रशासन ने यह रकम दो किश्तों में बागान मालिक को सौंप दी। मज़दूरों को एक भी पैसा दिए बिना मालिक फरार हो गए।
यूनियन और प्रशासन की पहल
घटना की जानकारी मिलते ही बराक चाय श्रमिक यूनियन के महासचिव राजदीप ग्वाला तथा सहायक महासचिव खिरोद कर्मकार मंगलवार सुबह पालरबंद पहुँचे। नाचघर में आयोजित बैठक में दो सौ से अधिक पुरुष-महिला मज़दूरों व पंचायत प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
राजदीप ग्वाला ने मज़दूरों को संबोधित करते हुए कहा कि श्रमिकों के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए इस चाय बागान को किसी अच्छे प्रबंधन को सौंपना होगा। उन्होंने कहा कि दो-तीन दिनों के भीतर पंचायतों व प्रशासन के साथ बैठक कर हस्तांतरण की प्रक्रिया पर निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि पहले दिलखुश और दीदारखुश चाय बागान भी इसी स्थिति से गुज़रे थे, लेकिन स्वामित्व परिवर्तन के बाद अब वे सुचारु रूप से चल रहे हैं।
सभा में उपस्थित मज़दूरों ने मालिक संजीव तुलसियान की गिरफ़्तारी की माँग की और “बराक चाय श्रमिक यूनियन ज़िंदाबाद” के नारे लगाए।
प्रशासन का आश्वासन
पालरबंद में लाक आउट की सूचना मिलते ही जिलाधिकारी, श्रम अधिकारी और मंत्री कौशिक राय भी मौके पर पहुँचे। उन्होंने श्रमिकों से मुलाकात कर भरोसा दिलाया कि सरकार और प्रशासन हरसंभव कदम उठाकर उन्हें इस संकट से बाहर निकालेगा।





















