शिलचर, 05 मई: शिलचर मेडिकल रोड स्थित घुंघुर पुलिस आउट पोस्ट के सामने, बैकुंठ लेन में पिछले 35 वर्षों से अस्थायी रूप से स्थापित भैरव मंदिर अब स्थायी रूप ले चुका है। हर वर्ष महाशिवरात्रि के अवसर पर इस मंदिर में भव्य आयोजन होते हैं। रविवार को आयोजित एक विशेष सभा में मंदिर समिति का पुनर्गठन किया गया और साथ ही मंदिर को स्थायी पहचान भी मिली।
इस अवसर पर मंदिर समिति के नवनियुक्त पदाधिकारी अध्यक्ष परेशनाथ भोर, सचिव निशित रंजन दास, सह-अध्यक्ष तपन कुमार दास, सह-सचिव संजीव कुमार दास और कोषाध्यक्ष तपन प्रजापति बनाए गए।
इस कार्यक्रम की सबसे महत्वपूर्ण घटना रही—भूमि दान का कार्य। दिवंगत पवित्र कुमार दास के दो पुत्रों, प्रणत कुमार दास और सनत कुमार दास ने पिता की अंतिम इच्छा के अनुसार मंदिर समिति को 6 कट्ठा जमीन के कागजात विधिवत सौंप दिए। यह भूमि अब आधिकारिक रूप से भैरव मंदिर के नाम पर दर्ज होगी।
मंदिर समिति ने इस महान कार्य के लिए दोनों भाइयों और उनके समस्त परिवार के प्रति गहरी कृतज्ञता व्यक्त की और ईश्वर से उनके सुख-शांति की कामना की। समिति के पदाधिकारियों ने जानकारी दी कि 1991 से यह मंदिर अस्थायी रूप में विद्यमान था, और तब से ही भूमि मालिक पवित्र कुमार दास ने यह स्थान मंदिर को समर्पित करने की इच्छा जताई थी।
अब इस स्थान को भैरवबाड़ी मंदिर समिति के नाम से स्थायी मान्यता दी गई है और मार्ग का नाम भी बदलकर भैरवबाड़ी सरणी, बैकुंठ लेन रखा गया है।
यह पहल न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि समाज के लिए प्रेरणादायी भी है—जहां संतानें अपने पिता की संकल्पना को साकार करने के लिए आगे आईं।





















