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पैलापुल, कछार दिनांक: 28 दिसंबर 2024
पीएम श्री योजना के अंतर्गत संचालित जवाहर नवोदय विद्यालय, पैलापुल, कछार के प्राचार्य श्री विश्वास कुमार ने हाल ही में असम सरकार के नवनियुक्त मंत्री श्री कौशिक राय से औपचारिक शिष्टाचार मुलाक़ात की। यह बैठक मंत्री के कार्यालय में सौहार्दपूर्ण माहौल में संपन्न हुई।
श्री विश्वास कुमार ने विद्यालय की विभिन्न शैक्षणिक और सहशैक्षणिक उपलब्धियों के बारे में मंत्री महोदय को अवगत कराया। उन्होंने विद्यालय में चल रही पीएम श्री योजना के अंतर्गत इंफ्रास्ट्रक्चर विकास, डिजिटल शिक्षा और नवीन शिक्षण तकनीकों के क्रियान्वयन की प्रगति के बारे में भी जानकारी दी।
प्राचार्य ने मंत्री महोदय को विद्यालय में छात्रों के समग्र विकास के लिए उठाए जा रहे कदमों पर विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कैसे नवोदय विद्यालय शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्टता के प्रतीक बन रहे हैं और ग्रामीण क्षेत्रों के छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान कर रहे हैं। इस दौरान उन्होंने विद्यालय में वर्तमान में चल रही परियोजनाओं और आवश्यकताओं पर भी चर्चा की।
मंत्री श्री कौशिक राय ने नवोदय विद्यालय के कार्यों की सराहना की और इसे राज्य में शिक्षा के स्तर को ऊपर उठाने का महत्वपूर्ण माध्यम बताया। उन्होंने कहा कि असम सरकार शिक्षा के क्षेत्र में सुधार और विकास के लिए प्रतिबद्ध है और ऐसे संस्थानों को हरसंभव सहयोग प्रदान करेगी। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि विद्यालय को आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराने के लिए राज्य सरकार तत्पर रहेगी।
शिष्टाचार मुलाक़ात के दौरान श्री विश्वास कुमार ने मंत्री महोदय को विद्यालय का दौरा करने का आमंत्रण दिया, जिसे उन्होंने सहर्ष स्वीकार कर लिया। उन्होंने कहा कि निकट भविष्य में विद्यालय के छात्रों और शिक्षकों से मुलाक़ात करना उनके लिए एक प्रेरणादायक अनुभव होगा।
इस बैठक के दौरान शिक्षा, पर्यावरण संरक्षण, और विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास से जुड़े कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई। प्राचार्य ने विद्यालय परिसर में हरित पहल और स्वच्छता अभियानों की प्रगति पर भी प्रकाश डाला। मंत्री महोदय ने इन प्रयासों की प्रशंसा की और कहा कि ये पहल न केवल पर्यावरणीय संतुलन को बनाए रखने में सहायक हैं बल्कि छात्रों में सामाजिक जिम्मेदारी की भावना भी विकसित करती हैं।
यह मुलाक़ात न केवल नवोदय विद्यालय और राज्य सरकार के बीच बेहतर समन्वय स्थापित करने का अवसर थी, बल्कि शिक्षा के क्षेत्र में एक सकारात्मक बदलाव की दिशा में आगे बढ़ने का संकेत भी। यह उम्मीद की जाती है कि इस तरह की बातचीत से शिक्षा क्षेत्र में नई ऊंचाइयों को प्राप्त करने में मदद मिलेगी।