शिलचर, १४ जून: पंजाब नेशनल बैंक से ऋण लेने के मामले को लेकर शिलचर के पुराने लखीपुर रोड स्थित जनाब अली चौधरी लेन इलाके में शनिवार को तनाव फैल गया। बैंक, जिला प्रशासन और ऋणधारक परिवार के बीच आरोप-प्रत्यारोप के चलते माहौल गर्म हो गया। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन को मजिस्ट्रेट और एएसपी के नेतृत्व में बड़ी संख्या में पुलिस बल और सीआरपीएफ तैनात करनी पड़ी।
प्रशासन ने ऋण के एवज में बैंक को मॉर्गेज किए गए एक दुकान-सह-आवासीय भवन को खाली करवा लिया। वहीं, ऋणधारक परिवार की ओर से रशीद अहमद चौधरी ने इस कार्रवाई का जोरदार विरोध किया और दावा किया कि मामला अभी न्यायालय में लंबित है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि प्रशासन जबरन कब्जा करने की कोशिश कर रहा है, जबकि ऋण से जुड़ी संपत्ति का पता रंगीर्खाड़ी बताया गया है।
रशीद चौधरी ने बताया कि वर्ष 2017 में नाजिरा बेगम चौधरी और राबिया बेगम चौधरी ने पंजाब नेशनल बैंक की सेंट्रल रोड शाखा से 60 लाख रुपये का ऋण लिया था। उनके अनुसार, उन्हें केवल 30 लाख रुपये ही प्राप्त हुए, जबकि शेष राशि बैंक के तत्कालीन प्रबंधक ने कथित रूप से गबन कर ली।
पूरा मामला अब कानूनी प्रक्रिया के अधीन है और परिवार का कहना है कि जब तक अदालत का अंतिम निर्णय नहीं आता, तब तक इस तरह की जबरन कार्रवाई असंवैधानिक है।





















