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प्रज्ञा मेल का बहुभाषी राष्ट्रीय कवि-सम्मेलन एवं सम्मान-समारोह ,15 दिसंबर को दिल्ली में
भाषा और कविता के कई रंग, देशभर से कवियों का संगम, कई दिग्गज होंगे स्व. अर्जुन चंद्र बर्मन स्मृति पुरस्कार से सम्मानित
विशेष संवाददाता नई दिल्ली, 13 दिसंबर: दिल्ली के राष्ट्रीय साप्ताहिक समाचार-पत्र प्रज्ञा मेल द्वारा तीसरा प्रज्ञा मेल बहुभाषी राष्ट्रीय कवि-सम्मेलन नई दिल्ली के वीआईपी(लुटियन जोन) एरिया चाणक्यपुरी के विश्व युवक केंद्र के सभागार में दिनांक १५ दिसम्बर,२०२४ को आयोजित किया जा रहा है। यह देश का एक प्रतिष्ठित,अपनी तरह का एक मात्र बहुभाषी राष्ट्रीय कवि-सम्मेलन बन चूका है। जिसमे दिल्ली ही नहीं वरन देश के अलग-अलग प्रदेशों से देश की विभिन्न भाषाओँ के ३५ से ४० कवि इसमें भाग लेने वाले हैं। इस कवि सम्मलेन की खास बात यह है की उत्तर पूर्वी भाषा के काफी तादाद में कवि भाग लेते हैं,जो अपनी कविता के जरिये उत्तर भारत के कवियों के साथ अन्य प्रांतों के कवियों से अपनी संस्कृति का भी आदान-प्रदान करते हैं। इसे बहुभाषी कवि-सम्मेलन नहीं बल्कि कविगण एक सांस्कृतिक महोत्सव मानने लगे हैं। इस कवि-सम्मेलन की एक और खासियत है कि वे कवि-साहित्यकार तो होते ही हैं,मगर उनका व्यवसाय अलग-अलग होता है,जिसमे कुछ पेशे से डॉक्टर, वकील, शिक्षा विद, नौकरशाह, समाज सेवी, अभिनेता, गायक आदि हैं। इसमें कुछ कवि ऐसे हैं जिन्होंने जिंदगी में पहली बार कविता लिखी और यहाँ अपनी प्रस्तुति दे रहे हैं। प्रज्ञा मेल के गौरवमयी पुरस्कार स्वर्गीय अर्जुन चंद्र स्मृति पुरस्कार (साहित्य) असम की दिमासा-बांग्ला भाषा की लेखिका वरिष्ठ लेखिका श्रीमती अनुपमा नाइडिंग को दिया जाना है और इसके अलावा दिल्ली के जाने माने शिक्षा विद डॉ भीमसेन सिंह को उनके शिक्षा क्षेत्र में किये गए सेवा कार्य हेतु जीवन प्रयन्त स्व अर्जुन चंद्र पुरस्कार देय होगा। कार्यक्रम के दौरान ही प्रज्ञा मेल बहुभाषी कवि सम्मेलन के संरक्षक डॉ हितेश व्यास प्रज्ञा मेल के पहली बार दिए जाने वाले उदयीमान कवियों हेतु साहित्य रत्न और कवि रत्न पुरस्कार के नामों की भी घोषणा करेंगे।
इस बार का प्रज्ञा मेल बहुभाषी राष्ट्रीय कवि सम्मेलन कई बात में विशेष है क्यूंकि इस बार कुछ कवि दिल्ली के हिंदी अकादमी से सुश्री नेहा वैद्य, ओंकार त्रिपाठी तथा संस्कृत अकादमी से डॉ.सर्वेश एवं पंकज झा और भोजपुरी अकादमी से श्री विनय शुक्ला “विनम्र” एवं श्री कैलाश भी इस काव्य महोत्सव में पाठ करेंगे। इस बार प्रज्ञा मेल के प्रथम कवि-सम्मेलन वाहवाही लूटने वाले कवि और दिल्ली विश्वविद्यालय का कुलगीत लिखने वाले हिंदी के कवि गजेंदर सोलंकी की आने की सम्भावना है। इसके अलावा पेशे से वकील और हिंदी,उर्दू और पंजाबी के कवि दलेर देहलवी और हिंदी-उर्दू के शायर इमरान अहमद भी कार्यक्रम में शामिल होंगे। बांग्ला की कवित्रयी अलका गोस्वामी (गाज़ियाबाद) से आने की सूचना है। दिल्ली निवासी,ओड़िआ कवि और ऑल इंडिया रेडिओ के वाचक राम चंद्र नाथ और असमिया की युवा कवियत्री जाह्नवी काकति के भी इस बार भाग लेनी की पूरी सम्भावना है। दिल्ली विश्वविद्यालय के संस्कृत के प्रोफेसर और कवि ऋषिराज भी शिरकत करेंगे। इसके अलावा दिल्ली विश्वविद्यालय की हिंदी कवियत्री अनीता गांगुली और हिंदी-गढ़वाली के कवि योगेश भट्ट, इंदिरापुरम(उत्तर प्रदेश ) की गुजराती कवित्रयी माधवी व्यास और युवा कवि आशीष मुरादाबादी भी पधारेंगे।
उत्तर पूर्वी भारत से काफी कवि आसाम से आ रहे हैं जिनमे किरन सिन्हा(अगरतला ), डॉक्टर मृण्मय कुमार नाथ(गुवाहाटी), विशेष अतिथि कवि श्रीमती रूना लैला, असम सरकार के पशुपालन विभाग में सहायक निदेशक,असमिया और बांग्ला कवित्रयी बीजू जहान सालाह बेगम(गुवाहाटी), गोनेश कचारी, बॉबी रेखा गोगाई, श्रीमती स्नेह जोनाक दत्ता (सभी जोरहाट,आसाम से ), नौगॉव जिला,असम से ग़ज़लकार हिंदी व असमिया के कवि संजीव सागर चौधुरी, डिब्रूगढ़ से डॉ हेमंत दास आदि के आने की सूचना है। गुवाहाटी से ही साहित्य संस्कृति बृहत्तर मंच असम के तीन सदस्य कवियों में मोनिका दास, नबजीत पटवारी और हिमांग्शु पाठक प्रज्ञा मेल बहुभाषी कवि सम्मेलन में शामिल होंगे महाराष्ट्र के नांदेड़ जिला के वरिष्ठ पत्रकार और कवि रविंदर सिंह मोदी और नागपुर महाविदर्भ समाचार पत्र के पत्रकार और मराठी युवा कवि पंकज मुहरले आदि भी आने की सुचना है। कुछ और कवियों की भी आने की सूचना है मगर अपुष्ट है। दिल्ली में बाहर से आने वाले कुछ कवियों को ट्रैन या फ्लाइट न मिलने या फिर व्यक्तिगत समस्या भी आन पड़ी है।
प्रज्ञा मेल काव्य महोत्सव की मीडिया पार्टनर अंग्रेजी पोर्टल के सम्पादिका बरनाली बिस्वास भी इस अवसर पर उपस्थित रहेंगी। जाने माने पत्रकार व पदमश्री रामबहादुर राय भी विशेष रूप से प्रज्ञा मेल काव्य महोत्सव में पधारेंगे। विशेष तौर से मंच सञ्चालन के लिए ऑल इंडिया रेडिओ के वाचक वीरेंदर कौशिक भी उपलब्ध रहेंगे। इसके अलावा प्रज्ञा मेल के आयोजन कमिटी के सभी पदाधिकारियों में विशेषतौर से मुख्य संरक्षक सांसद कृपानाथ मल्लाह सायं के सत्र में उपस्थित होंगे। इसके अलावा सूचना है की विशेष अतिथियों में भारत सरकार के विदेश एवं कपडा मंत्री पाबित्र मार्गेरिटा भी आ सकते हैं। बाकि लोगो में प्रज्ञा मेल आयोजन समिति के संरक्षक जानेमाने लेखक हितेश व्यास, राष्ट्रीय सलाहकार एवं अन्तराष्ट्रीय पत्रकार रत्नज्योति दत्ता, राष्ट्रीय प्रचारक सागर सरकार, मुख्य संयोजक देबोज्योति रॉय,जनसम्पर्क प्रमुख दीपक चौधरी के अलावा प्रज्ञा मेल समाचार-पत्र के प्रधान संपादक अरुण कुमार बर्मन भी उपस्थित रहेंगे।




















