यशवंत पाण्डेय शिलकुड़ी 27 अगस्त: आज रविवार को अपराह्न प्रतिकूल मौसम में भी आज बराक घाटी नूनिया, समाज कल्याण समिति के तत्वाधान में तंबूटीला से मेडिकल प्वाइंट तक विशाल रैली का आयोजन किया गया। रैली में विशेष रूप से नुनिया समाज के राष्ट्रीय संयुक्त सचिव धर्मेंद्र चौहान, होजाई से नुनिया समाज के जियूत चौहान, ओम प्रकाश चौहान, अमर नाथ चौहान, राजकुमार चौहान, गणेश चौहान शामिल होकर बराकघाटी नुनिया समाज का मनोबल बढ़ाया।
रैली में लोग झंडा बैनर और हाथों में पट्टियां लेकर चल रहे थे। पट्टियों पर 3 सितंबर होजाई चलो, नुनिया समाज को न्याय दो, विश्वविद्यालय एन आइ टी मेडिकल कॉलेज में रोजगार दो, भीख नहीं अधिकार चाहिए, नमक सत्याग्रह के शहीद अमर रहे जैसे नारे लिखे हुए थे। पुरुषों के साथ बड़ी संख्या में महिलाओं ने भी रैली में हिस्सा लिया।
शहीद मंगल पांडेय मूर्ति स्थापना समिति द्वारा मंगल पांडेय चौक पर रैली का पुष्प वृष्टि से स्वागत किया गया। इस अवसर पर मूर्ति स्थापना समिति के सचिव दिलीप कुमार, अनंत लाल कुर्मी, प्रभुनाथ सोनार, त्रिलोकी वर्मा, श्रवण चौहान, जनक नंदिनी नुनिया, श्रीमती सीमा कुमार, अनीता कुर्मी व बेबी कुर्मी आदि उपस्थित थे।
उल्लेखनीय है कि आगामी तीन सितंबर को होजाई में नूनिया समाज का राष्ट्रीय स्तर का एक भव्य सम्मेलन होने जा रहा है। इस सम्मेलन में भाग लेने हेतु बराक वैली नूनिया समाज से बड़ी संख्या जाने की प्रस्तुति चल रही है। होजाइ में आनेवाले 3 सितंबर को एक राष्ट्रीय स्तर का महा सम्मेलन होने जा रहा है। इसके उपलक्ष्य में आज एक रैली निकाली गई जो तंबूटीला प्वाइंट से शुरू होकर फकीरटीला, एनआईटी प्वाइंट, जोगी पाड़ा, घुंघुर, वेटरनरी होते हुए मेडिकल प्वाइंट से वापस शहीद मंगल पांडे चौक पर समाप्त हुई। रैली में कंचन नुनिया, शंकर नुनिया, सुभाष चौहान, रामनारायण नुनिया, किशोर नुनिया, जनक नुनिया, लखन नुनिया, राजकुमार चौहान, विमल नुनिया, श्रीमती उमा नूनिया, श्रीमती उषा नुनिया, कुसुम नुनिया, राम प्रसाद नुनिया, शंकर नुनिया, शिव शंकर नुनिया, विजय नुनिया, राजू नुनिया, शिवबरन नुनिया, जयदीप नुनिया, जय नारायण नुनिया, पंचम नूनिया, संजीव नूनिया, रितेश नूनिया सहित समाज के अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।
मंगल पाण्डेय चौक पर बराक वैली नुनिया समाज के अध्यक्ष कंचन नुनिया ने रैली का सन्दर्भ में अपना वक्तव्य दिया, उन्होंने कहा कि देश आज आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। लेकिन आजादी के 75 साल बाद भी नुनिया समाज के लोग सरकारी सुविधाओं से वंचित है। नुनिया समुदाय के लड़के-लड़कियां ओबीसी में आते हैं लेकिन 75 साल बाद भी वे सरकारी नौकरी से वंचित हैं। हमारे चाय बागान की जमीन में एनआईटी शिलचर, असम यूनिवर्सिटी, शिलचर मेडिकल कॉलेज, शिलचर पॉलिटेक्निक है, जहाँ पर यह सरकारी प्रतिष्ठान है हम उस जमीन पर चाय का खेती करते थे, यही जमीन हमारी आजीविका थी, लेकिन सरकारी संस्थान बनने के बाद हम इन सरकारी संस्थानों में नौकरी से वंचित हैं। हमारे बच्चे नौकरी से वंचित हैं। असम की सरकार ने भले ही सभी जाति का विकास किया है, लेकिन नूनिया समाज की सरकार में कोई विकास नहीं हुआ।
अन्य समुदाय के बच्चों को सरकारी नौकरियों और शिक्षा में विशेषाधिकार मिल रहे हैं, लेकिन नुनिया समुदाय के बच्चों को कोई विशेषाधिकार नहीं मिल रहा है। विभिन्न सरकारी सुविधाओं से वंचित है। अखिल भारतीय नूनिया समाज के संयुक्त सचिव धर्मेंद्र चौहान ने कहा कि 3 सितंबर को असम के होजाई में नूनिया समाज का एक विशाल सम्मेलन होने जा रहा है, जिसमें मेघालय के राज्यपाल फागु चौहान मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे। हमारे लिए गर्व की बात है कि 75 वर्षों के बाद हमारे पास एक स्वजातीय राज्यपाल है। इसलिए, मैं बराक घाटी के नूनिया समुदाय की लोगों को इस सम्मेलन में भाग लेने का अनुरोध कर रहा हूं। उन्होंने कहा कि यह एक ऐतिहासिक सम्मेलन होने जा रहा है, नये पीढ़ी इस सम्मेलन से सीख लेंगे और भविष्य में अपने हक की लड़ाई के लिए काम करेंगे।
रैली में नूनिया समाज के युवा नेता बिमल नूनिया ने संबोधित करते कहा कि हमारा समाज काफी पिछड़ा हुआ है, उनके हक और अस्तित्व की लड़ाई में सभी को एक सूत्र में बांधने के लिए नुनिया समाज ने इस विशाल जुलूस का आयोजन किया है।
जुलूस में नूनिया समाज के महिला-पुरुष बैनर पोस्टर के साथ विभिन्न नारे लगाकर अपनी आवाज बूलन्द किया।