असम के बड़खोला थाना क्षेत्र के बड़खोला उजान गांव में प्रधानमंत्री आवास योजना की राशि में कथित भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है। इस मामले में गांव की एक गृहिणी मासुमा खानम बरभुइंया ने तीन लोगों के खिलाफ थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई है।
मासुमा खानम ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि प्रधानमंत्री आवास योजना (वर्ष 2023-24) के तहत उनके पति शमसुल हक बरभुइंया के नाम एक आवास स्वीकृत हुआ था। योजना के अंतर्गत कुल दो किश्तों में 32,500 रुपये और 48,750 रुपये आवंटित किए गए थे। लेकिन यह राशि उनके बैंक खाते में नहीं पहुंची। आरोप है कि पंचायत की ओर से इन किश्तों की राशि जालसाजी करके किसी अन्य खाते में स्थानांतरित कर दी गई और उसका गबन कर लिया गया।
मासुमा खानम ने जिन लोगों पर आरोप लगाया है, उनमें चेछरी ग्राम पंचायत की जीपीआरएस पप्पी पाल, जीपी सदस्य सिद्देक रहमान बरभुइंया और पंचायत सचिव फरीज उद्दीन लस्कर शामिल हैं।
मीडिया से बात करते हुए मासुमा खानम ने बताया कि जब उन्होंने आवास योजना की राशि को लेकर पंचायत सदस्य और अधिकारियों से संपर्क किया, तो उन्हें जवाब मिला कि “अभी तक पैसे आए नहीं हैं।” लेकिन बाद में जब उन्होंने फिर जानकारी लेनी चाही, तो उनसे आवास योजना का लाभ दिलाने के एवज में मोटी रकम की मांग की गई।
उन्होंने यह भी बताया कि हाल ही में आई बाढ़ के दौरान राहत सामग्री वितरण को लेकर उनकी पंचायत सदस्य से बहस हुई थी, जिसके बाद से सदस्य उनसे निजी दुश्मनी निभा रहे हैं।
मासुमा खानम ने प्रशासन से मांग की है कि इस मामले की निष्पक्ष जांच की जाए और उन्हें न्याय दिलाया जाए।





















