चेन्नई. चक्रवात फेंगल ने शनिवार शाम को पुडुचेरी के निकट दस्तक दी है. इसके साथ भारी बारिश और तेज हवाएं आईं. मूसलाधार बारिश के कारण चेन्नई के कई हिस्से जलमग्न हो गए. तीन लोगों की मौत हुई है.
चक्रवात के चलते चेन्नई एयरपोर्ट 16 घंटे तक बंद रहा. यह रविवार सुबह 4 बजे खुला. शनिवार से चेन्नई, इसके आसपास के जिलों और पुडुचेरी में लगातार बारिश हो रही है. इससे बस, ट्रेन और उड़ान सेवाओं सहित सार्वजनिक परिवहन प्रभावित हुआ है. बाढ़ प्रभावित इलाकों से लोगों को सुरक्षित जगह पहुंचाया गया है. मौसम विभाग के अनुसार चक्रवात उत्तरी तमिलनाडु और पुडुचेरी के तटों पर स्थिर रहा. इसके कमजोर होकर गहरे दबाव में तब्दील होने की उम्मीद है.
भारी बारिश के चलते चेन्नई एयरपोर्ट के दो रनवे और एक टैक्सी वे जलमग्न हो गए. शनिवार को चेन्नई एयरपोर्ट बंद कर दिया गया था. एयरपोर्ट पर लोगों की भारी भीड़ जुटी. 55 फ्लाइट को रद्द और 19 को डायवर्ट किया गया है. घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों उड़ानें प्रभावित हुईं हैं. चेन्नई और उसके आस-पास के इलाकों में अस्पताल और घर पानी में डूब गए. शहर में बारिश से जुड़ी अलग-अलग घटनाओं में तीन लोगों की बिजली गिरने से मौत हो गई. ग्रेटर चेन्नई कॉरपोरेशन ने करीब 2.32 लाख लोगों को खाना बांटा. 8 राहत शिविरों में निचले इलाकों के करीब 200 लोगों को रखा गया है.
मुख्यमंत्री एमके स्टालिन और उपमुख्यमंत्री उदयनिधि स्टालिन ने राहत और बचाव कार्यों की समीक्षा की. एमके स्टालिन ने जमीनी हालात का आकलन करने के लिए उत्तरी जिलों के जिला कलेक्टरों और शीर्ष नागरिक अधिकारियों के साथ बैठक की. उन्होंने चेंगलपेट जिले में एक राहत शिविर में रहने वालों से बात की. उदयनिधि स्टालिन ने कहा कि 6 सबवे में पानी भर गया है. इसे निकाला जा रहा है. 334 स्थानों पर युद्ध स्तर पर जलभराव को साफ करने के लिए 1,700 मोटर पंपों का इस्तेमाल किया जा रहा है. पुडुचेरी में किसी बड़े नुकसान की खबर नहीं है. प्रशासन ने 12 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजकर फेंगल से सतर्क रहने के लिए कहा था.