नई दिल्ली/चेन्नई. देश के 7 राज्यों के लिए आज का दिन खतरनाक है, क्योंकि बंगाल की खाड़ी में उठा चक्रवाती तूफान फेंगल तबाही मचा रहा है. आज तूफान पुडुचेरी के कराईकल और तमिलनाडु के महाबलीपुरम में समुद्र तट से टकराएगा. इससे पहले तूफान केरल और तमिलनाडु में तबाही मचा रहा है. तूफान के असर से दोनों राज्यों में तेज हवाएं चल रही हैं. भारी बारिश होने से जलभराव के हालात हैं. फ्लाइटें रद्द कर दी गई हैं. चेन्नई एयरपोर्ट बंद है और ट्रेन सेवाएं भी ठप हैं. तमिलनाडु और पुडुचेरी के स्कूल- कॉलेज बंद हैं.
मौसम विभाग ने केरल, तमिलनाडु, पुडुचेरी, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, तेलंगाना और अंडमान निकोबार द्वीप समूह में रेड अलर्ट जारी किया हुआ है, क्योंकि तूफान के टकराते ही करीब 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी और भारी से बहुत भारी बारिश होगी. बता दें कि मानसून का सीजन खत्म होने के बाद भारत को प्रभावित करने वाला यह दूसरा तूफान है. इससे पहले अक्टूबर के आखिरी दिनों में चक्रवाती तूफान दाना आया था, जिसने ओडिशा और महाराष्ट्र में तबाही मचाई थी.
तूफान से निपटने के लिए तैयारियां
तमिलनाडु और पुडुचेरी सरकारों ने मौसम विभाग के अलर्ट को देखते हुए आज 30 नवंबर के स्कूल-कॉलेज बंद रखने का आदेश दिया है. राज्यभर में राहत शिविर स्थापित किए गए हैं. चेन्नई, तिरुवल्लूर, कांचीपुरम और चेंगलपट्टू जिलों में स्कूल और कॉलेज बंद रहेंगे. इन शहरों में न कोई एग्जाम होंगे और न ही कोई कोचिंग क्लास लगेगी. तमिलनाडु सरकार ने 30 नवंबर की दोपहर से ईस्ट कोस्ट रोड और ओल्ड महाबलीपुरम रोड सहित प्रमुख सड़कों पर सार्वजनिक परिवहन सेवाओं को निलंबित कर दिया है. जो मार्ग समुद्र तट के करीब से गुजरते हैं, अस्थायी रूप से बंद रहेंगे.
सरकार ने आईटी कंपनियों को सलाह दी है कि वे अपने कर्मचारियों को 30 नवंबर को घर से काम करने की अनुमति दें, ताकि चक्रवात फेंगल के आने पर लोगों को किसी भी तरह के नुकसान से बचाया जा सके. तमिलनाडु राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग ने राज्यभर में 2,229 राहत शिविर स्थापित किए हैं. अब तक 164 परिवारों के 471 लोगों को तिरुवरुर और नागपट्टिनम जिलों में राहत केंद्रों में रखा जा चुका है. स्थानीय अधिकारियों ने संभावित बाढ़ की आशंका के चलते चेन्नई, कुड्डालोर और मयिलादुथुराई में मोटर पंप, जनरेटर और नावों सहित आवश्यक उपकरण भी तैनात किए हैं.