शिलचर, 17 अक्टूबर: बक्सा में समाचार संकलन के दौरान पत्रकारों पर हुए हमले और मीडिया कर्मियों की गाड़ी में आगजनी की घटना को लेकर असम बार्ताजीवी संघ, कछार जिला समिति ने कड़ी निंदा व्यक्त की है। संगठन ने कहा कि यह घटना लोकतंत्र पर सीधा प्रहार है और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को दबाने का प्रयास है।
शुक्रवार को शिलचर प्रेस क्लब प्रांगण में असम बार्ताजीवी संघ, कछार जिला समिति के सदस्यों ने दो घंटे का विरोध प्रदर्शन और धरना आयोजित किया। प्रदर्शनकारियों ने बक्सा में पत्रकारों पर हमले की कड़ी निंदा करते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। साथ ही उन्होंने सभी से भविष्य में इस तरह की घटनाओं से दूर रहने की अपील की।
गौरतलब है कि बुधवार को गायक जुबिन गर्ग की मृत्यु मामले में आरोपित श्यामकानु महंत, सिद्धार्थ शर्मा, परेश वैश्या, संदीपन गर्ग और नंदेश्वर बरा को बक्सा जिला कारागार ले जाया जा रहा था, तभी कुछ असामाजिक तत्वों ने वहां मौजूद पत्रकारों पर हमला कर दिया और मीडिया की गाड़ियों में आग लगा दी।
असम बार्ताजीवी संघ, कछार जिला समिति ने कहा कि पत्रकारों पर हमले और मीडिया संपत्ति को नुकसान पहुंचाना पूरी तरह लोकतांत्रिक मूल्यों के विपरीत है। समिति ने राज्य सरकार से मांग की है कि ड्यूटी पर तैनात पत्रकारों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए और जुबिन गर्ग की मौत की जांच को तेजी से पूरा किया जाए।
इस विरोध कार्यक्रम में असम बार्ताजीवी संघ के राष्ट्रीय सदस्य अभिजीत भट्टाचार्य, बराक वैली स्पोर्ट्स जर्नलिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष रतन देव, कछार जिला अध्यक्ष विश्वजीत शील, असम बार्ताजीवी संघ के दक्षिण-पश्चिम क्षेत्र के सचिव गौतम तालुकदार, जिला सामान्य सचिव रत्नदीप देव, सुब्रत दास, शमिंद्र पाल, दीपक पाल, अरूप नंदी, आशिष दास, विश्वजीत आचार्य, रानू दत्ता, राजू चौधरी, विश्वजीत राय और किशन माला सहित कई पत्रकार उपस्थित थे।
(प्रेरणा भारती दैनिक संवाददाता)





















