शिलचर, 16 अक्टूबर —
असम के बड़जालंगा विकास खंड के अंतर्गत बड़जालेंगा ग्राम पंचायत में प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत घरों की जियो-ट्रैकिंग प्रक्रिया में भारी अनियमितता और पक्षपात के आरोप लगे हैं। कांग्रेस पार्टी ने आरोप लगाया है कि सत्तारूढ़ दल के पंचायत प्रतिनिधि मनमानी, भ्रष्टाचार और स्वजनपोषण में लिप्त हैं।
कांग्रेस के अनुसार, ग्राम पंचायत के 7 नंबर ग्रुप की सदस्या सुमति रानी शुक्लबैद्य और उनके पति जितेंद्र कुमार शुक्लबैद्य ने जब इस भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाई, तो सत्तारूढ़ दल के कुछ कार्यकर्ताओं ने उन्हें गंभीर धमकी दी और बंधक बनाने की चेतावनी तक दी। इस घटना के विरोध में बड़जालेंगा ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के आह्वान पर गुरुवार को धोआरबंद बाजार के निकट योगीरबन क्षेत्र में एक विरोध सभा आयोजित की गई।
गोपाल गोयाला की अध्यक्षता में हुई इस सभा में कांग्रेस नेताओं ने सुमति रानी शुक्लबैद्य और उनके पति को दी गई धमकियों की कड़ी निंदा की।
सभा में बोलते हुए बड़जालंगा ब्लॉक कांग्रेस के उपाध्यक्ष मोहनलाल माला ने कहा कि “7 नंबर ग्रुप की जनता ने सुमति रानी शुक्लबैद्य को अपना जनप्रतिनिधि चुना है। प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभार्थियों के चयन में उनका संवैधानिक अधिकार है, और इसमें किसी तरह की राजनीतिक दखलंदाजी अस्वीकार्य है।”
ब्लॉक कांग्रेस के महासचिव अल्ताफ हुसैन लस्कर ने कहा कि “एक निर्वाचित जनप्रतिनिधि को धमकाना और मानसिक रूप से प्रताड़ित करना तानाशाही मानसिकता का परिचायक है। यह लोकतंत्र के लिए खतरा है।”
इस मौके पर कांग्रेस नेता काजल देव, पार्वती कुर्मी, अंजलि मालाकार सहित कई अन्य कार्यकर्ता उपस्थित थे और उन्होंने सत्तारूढ़ दल की कथित गुंडागर्दी की निंदा की।
👉 बड़जालंगा ब्लॉक कांग्रेस ने प्रशासन से निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की अपील की है।





















