765 Views
माध्यमिक परीक्षा में भी बाधा आई थी लेकिन उन्होंने अपना मेहनत और लगन से खेल में भी अच्छा प्रदर्शन करते हुए माध्यमिक परीक्षा में 69.3 शतांश नंबरों के साथ माध्यमिक उत्तीर्ण हुए। उनके अनुसार छात्र जीवन में पढ़ाई और खेल दोनों बराबर होना चाहिए। उन्होंने कहा कि उनके परिवार से हमेशा उन्हें क्रिकेट के लिए प्रोत्साहन मिला है। खास करके उनके बड़े भाई ने उन्हें ज्यादा उत्साहित किया था, और परिवार के सभी लोग उनके जरूरतों को हमेशा ध्यान में रखते हैं। उनका विश्वास है कि आज जिस तरह उनका चयन जिला एकादश में हुआ है।
उसी तरह से वे राज्य टीम एवं अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी के रूप में उभरने की आशा एवं विश्वास रखते हैं। उन्होंने कहा कि 1 दिन भी अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी बंद कर अपने परिवार गांव तथा समाज के नाम रोशन करेंगे। सबसे पहले जब अंडर 13 में उनका चयन हुआ था और वह मैदान में खेले थे तब उनको अपार खुशी की आशा हुई थी साथ-साथ उनका परिवार के लोग भी बहुत खुश थे। उन्होंने यह भी कहा कि क्रिकेट के चलते, उनके सामने कोई भी बाधा आती है तो उसे वह दरकिनार करके क्रिकेट में रुकावट नहीं आने देंगे। उनकी खेल की शुरुआत शिलचर डीएसए से हुआ था, वहीं पर उन्होंने चर्चा करके खेलना प्रारंभ किया था।
इस संदर्भ में उनके पिता श्रीमान रंजीत ग्वाला ने कहा की हमें अपने बच्चों को उनकी रूचि के अनुसार ही शिक्षा देना चाहिए। सन 2021-22 के लिए जिला एकादश में उनका चयन होने से उनके परिवार के लोग काफी खुश हैं।