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प्रेरणा भारती डिजिटल नेटवर्क, शिलचर, 29 जून:
बराक घाटी की सांस्कृतिक, भाषिक और आर्थिक पहचान को बचाने और एक नए राज्य गठन की दिशा में जनचेतना निर्माण के उद्देश्य से सुवर्णखंड राष्ट्रीय समिति द्वारा आगामी 12 जुलाई (शनिवार) को शिलचर में एक महत्वपूर्ण जन-अधिवेशन आयोजित किया जाएगा। अधिवेशन में क्षेत्र के सामाजिक-आर्थिक मुद्दों, प्रशासनिक उपेक्षा और राजनीतिक विकल्पों पर चर्चा कर ठोस प्रस्ताव पारित किए जाएंगे।
समिति के केंद्रीय अध्यक्ष, शिक्षाविद और वरिष्ठ अधिवक्ता नज़रुल इस्लाम लस्कर तथा वरिष्ठ उपाध्यक्ष अनंतमोहन राय ने रविवार को पत्रकारों को यह जानकारी दी।
✔ बराक की उपेक्षा और आत्मसम्मान की लड़ाई:
नज़रुल इस्लाम लस्कर ने कहा कि बराक घाटी का ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और भौगोलिक महत्व होते हुए भी यह क्षेत्र लंबे समय से उपेक्षा का शिकार है। 1972 में मिजोरम और मेघालय के साथ नया राज्य गठन लगभग तय था, लेकिन कुछ स्थानीय नेताओं की दूरदर्शिता की कमी के कारण यह सपना अधूरा रह गया। उन्होंने कहा कि अब और देर किए बिना बराक को अलग राज्य का दर्जा दिलाने की दिशा में संगठित प्रयास जरूरी है।
✔ राजनैतिक स्वच्छता पर जोर:
इस अधिवेशन में पंचायत चुनावों को राजनीतिक प्रभाव से मुक्त रखने का भी आह्वान किया जाएगा। अनंतमोहन राय ने कहा कि ग्राम पंचायतों में अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद के लिए योग्य और निष्पक्ष उम्मीदवारों का चयन होना चाहिए, न कि किसी दल के दबाव में। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि “सीधे राजनीति में सक्रिय नहीं” लेकिन योग्य व्यक्तियों को पंचायत नेतृत्व में लाना चाहिए, ताकि एक नई कार्यसंस्कृति की शुरुआत हो सके।
उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि कुछ प्रभावशाली राजनीतिक समूह अपने चहेते लोगों को ऊपर से थोपने के लिए दबाव और चालाकी का सहारा ले रहे हैं। पंचायत सदस्यों को ऐसे दवाबों से दूर रहकर जनहित में स्वतंत्र निर्णय लेने चाहिए।
✔ अधिवेशन के प्रमुख विषय:
बराक क्षेत्र के लिए नए राज्य की मांग को लेकर रणनीति तय करना
आर्थिक पिछड़ेपन और बेरोजगारी से निपटने के उपाय
शिलचर-सौराष्ट्र राजमार्ग, बराक डैम आदि अधूरे प्रोजेक्ट्स पर कार्रवाई की मांग
नागरिकता से जुड़े मामलों में हो रही बार-बार की परेशानियों पर चिंता
ग्रामीण प्रशासन को राजनीतिक हस्तक्षेप से मुक्त करने की पहल
✔ भविष्य की राजनीति की तैयारी:
सुवर्णखंड राष्ट्रीय समिति ने 2021 से हर स्तर के चुनावों में भाग लिया है और आगे विधानसभा एवं नगर निगम चुनावों में भी सक्रिय भागीदारी की योजना है। अभी योग्य उम्मीदवारों की पहचान की प्रक्रिया जारी है।
बराक के लोगों की पहचान, अधिकार और अस्तित्व की रक्षा के लिए यह अधिवेशन निर्णायक साबित हो सकता है। राजनीतिक मुक्ति के साथ-साथ आर्थिक आत्मनिर्भरता की जरूरत को जनता अब भलीभांति समझ चुकी है। ऐसे में 12 जुलाई को होने वाला यह अधिवेशन एक नई सोच और आंदोलन की दिशा तय कर सकता है।
अनुवाद और प्रस्तुति: प्रेरणा भारती डिजिटल न्यूज नेटवर्क
वेबसाइट: preranabharati.com
स्थान: शिलचर, असम
दिनांक: 29 जून 2025





















