शिलचर स्थित चाय श्रमिक छात्रावास में बराक घाटी चाय जनगोष्ठी के विभिन्न संगठनों के सदस्यों की उपस्थिति में एक आम सभा का आयोजन किया गया।इसकी अध्यक्षता सनातन मिश्र संयोजक बराक चा जनगोष्ठी संगठन समंवय समिति ने की।मंचासीन रवि नुनिया, राधेश्याम प्रजापति शीव नारायण ,उत्तम सिंह, सुरेश बड़ाइक। सभा में बराक घाटी के चाय बागान व चाय जनगोष्ठी के विभिन्न समस्याओं पर चर्चा हुई। हालही में असम सरकार के मेडिकल कॉलेज में एडमिशन को लेकर हुए परिस्थिति में बराक घाटी के कैंडिडेट्स के विरोध व इसमें ब्रह्मपुत्र घाटी के चाय जनगोष्ठी के संगठनों की भूमिका के प्रति क्षोभ व्यक्त किया गया।इसके अलावा 1975 में असम सरकार द्वारा प्रकाशित चाय जनगोष्ठी के जाति/पदबी तालिका में बराक घाटी से छुटे हुए जाति/पदबी को शामिल करने की मांग की गई. जिसकी मांग बहुत दिनों से हो रही है, पर सरकार मूक बैठी है,जिसकी निन्दा की गई।
चर्चा में सनातन मिश्र,रवि नुनिया, सुरेश बड़ाइक के अलावा भाग लिए बाबुल नारायण कानू,सुरजित कर्मकार, चौधुरी चरण गोंड़,श्याम नारायण यादव,प्रदीप तांती,रतन कुमार, उमाशंकर बनिया,प्रदीप कूर्मी, सूरज कुमार कानू, दुर्गेश कूर्मी, जयप्रकाश कानू,राम सनेही प्रजापति,राजीव कूर्मी, दिलीप सिंह छत्री, राजेन्द्र प्रसाद बरई व राजाराम कोईरी।
सभा में सर्वसम्मति से बराक चा-जनगोष्ठी संगठन समन्वय समिति नामसे एक संगठन बनाया गया। संगठन बराक घाटी के चयनित मेडिकल छात्रों को एडमिशन दिलवाने में तथा बाकी छुटे हुए जाति/पदबी को सरकारी तालिका में शामिल करवाने में जोरदार कदम उठाएगा.