बलिया(यपी)।अंकुर पांडेय ने अपनी स्कूली शिक्षा केंद्रीय विद्यालय से की और इंजीनियरिंग स्ट्रीम में स्नातक की पढ़ाई पूरी की। इसके बाद भारतीय वायु सेना के फ्लाइंग स्ट्रीम के लिए चयनित हो गए। शनिवार को भारतीय वायु सेना के अधिकारियों का 101वां बैच वायुसेना अकादमी से पासआउट हुआ।
उत्तर-प्रदेेश इस बागी धरती बलिया जनपद के जीराबस्ती निवासी फ्लाइंग ऑफिसर अंकुरपांडेय ने भारतीय वायु सेना में फाइटर जेट पायलट के रूप में कमीशन पाकर जनपदवासियों को गौरवान्वित किया है।उनकी उपलब्धि से परिजनों और स्थानीय लोगों में खुशी का माहौल है।
फ्लाइंग ऑफिसर अंकुर पांडेय के पिता देवतानंद पांडेय भी वायु सेना से सेवानिवृत्त हैं। अंकुर को भारतीय वायु सेना में एक लड़ाकू पायलट के रूप में शनिवार को कमीशन दिया गया। अंकुर पांडेय ने अपनी स्कूली शिक्षा केंद्रीय विद्यालय से की और इंजीनियरिंग स्ट्रीम में स्नातक की पढ़ाई पूरी की। इसके बाद भारतीय वायु सेना के फ्लाइंग स्ट्रीम के लिए चयनित हो गए। शनिवार को भारतीय वायु सेना के अधिकारियों का 101वां बैच वायुसेना अकादमी से पासआउट हुआ।
सेवानिवृत्त सूबेदार की बेटी बनीं फ्लाइंग ऑफिसर
बलिया। जनपद के गड़वार क्षेत्र के खरहाटार गांव निवासी रिटायर्ड सूबेदार की बेटी अनमोल सिंह ने वायुसेना में फ़्लाइंग ऑफिसर बनकर माता-पिता सहित पूरे जनपद का नाम रोशन किया है। कड़ी मेहनत के बलबूते मंजिल को छूना नामुमकिन नहीं, इस बात को अनमोल ने सच साबित किया है। सेवानिवृत्त सूबेदार बलराम सिंह पुत्री अनमोल सिंह के साथ नागपुर (महाराष्ट्र) में हैं