शंकरी चौधुरी, हाइलाकांदी, 3 जुन: करीमगंज जिले के भारत-बांग्लादेश सीमा पर कांटे तारों के बाहर रहने वाले लोग जेल से भी ज्यादा कठिन जीवन जी रहे हैं। क्योंकि लॉकडाउन की स्थिति में इन पर ताला लगा दिया गया है। भारत के नागरिक के रूप में या भारतीय पहचान पत्र के साथ स्वतंत्र रूप से भारतीय धरती पर मुक्त रुप से नहीं आ सकते। अनेक समय यहां के लोगों को एक बार खाना खाकर जीना पड़ता है। बिना खाए ही मरना पड़ता है। आज करीमगंज रामकृष्ण मिशन उन असहाय लोगों की सहायता में आगे आया । बुधवार को शहर के 250 परिवारों की मदद के बाद आज सीमा पर कांटे तारों के बाहर की नागरिकों को सहायता प्रदान की गई। रामकृष्ण मिशन कोरोना के पहले चरण में लगातार कई दिनों तक मानव सेवा में लगा रहा था और दूसरे चरण में भी मानव सेवा जारी रखे हुए है। आज मिशन के महाराजों ने गरीब परिवारों को कुछ खाद्य सामग्री वितरित की। गुरुवार को करीमगंज के गोबिंदपुर, भारत-बांग्लादेश सीमा (कांटे तार के उस पार में) एवं वायु इलाके में 250 परिवारों के बीच खाद्य सामग्री और मास्क वितरित किए गए। सामग्री वितरण में स्वामी रामभद्रानंदजी महाराज एवं बड़ी संख्या में स्वयंसेवक उपस्थित थे।
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- Admin
- June 3, 2021
- 9:01 pm
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बांग्लादेश सीमा पर असहाय नागरिकों को रामकृष्ण मिशन ने राहत सामग्री प्रदान की
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