कछार ज़िले के बांशकांदी उजान तारापुर में 10 अक्टूबर दोपहर लगभग 1 बजे एक हृदयविदारक घटना सामने आई, जहाँ एक पिता ने अपने ही बेटे पर जानलेवा हमला कर दिया। घायल युवक का नाम बिलाल अहमद बताया गया है।
मिली जानकारी के अनुसार, प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत घर निर्माण को लेकर पिता-पुत्र के बीच लंबे समय से विवाद चल रहा था। इसी विवाद के दौरान जीओ-ट्रैकिंग कार्य के समय पंचायत कर्मियों के काम पर आपत्ति जताने पर पिता ताजु मियाँ क्रोधित हो उठे। आरोप है कि उन्होंने बेटे बिलाल अहमद के चेहरे और आँखों में नमक डालकर आग लगाने की कोशिश की और लाठी से बुरी तरह प्रहार किया।
इस हमले में बिलाल गंभीर रूप से घायल हो गया। दोनों हाथों में गहरे घाव आए और बाएँ हाथ की एक उँगली कटकर अलग हो गई। स्थानीय लोगों और उसकी पत्नी रेख़सना बेगम ने उसे तुरंत बांशकांदी थाना पहुँचाया, जहाँ से पुलिस ने उसे शिलचर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया। 13 दिन तक चले उपचार के बाद अब वह बरेङ्गा तृतीय खंड में अपनी पत्नी के मायके में रह रहा है।
घायल बिलाल अहमद ने बताया कि वह अब भी अपने पिता के भय से अपने घर लौटने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा है। पत्नी रेख़सना बेगम ने बताया कि उनका पति मजदूरी कर परिवार चलाता था, लेकिन अब घायल होने के कारण घर की हालत अत्यंत दयनीय है। दो छोटे बच्चों के साथ वे अत्यंत कठिन परिस्थितियों में जीवनयापन कर रही हैं।
रेख़सना बेगम ने आरोप लगाया कि बांशकांदी थाने में शिकायत दर्ज कराने के बावजूद अब तक पुलिस ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की है। उन्होंने प्रशासन से गुहार लगाई है कि दोषी ताजु मियाँ को शीघ्र गिरफ्तार कर उचित दंड दिया जाए ताकि उन्हें न्याय मिल सके।





















