हीरक बनिक, रामकृष्णनगर, 13 जून
असम के काछार जिले के राताबाड़ी थाना अंतर्गत बाजारघाट इलाके में एक हिंदू महिला के साथ कथित शारीरिक छेड़छाड़ के मामले ने तूल पकड़ लिया है। घटना के विरोध में शुक्रवार को 500 से अधिक महिलाओं ने राताबाड़ी थाने का घेराव कर जोरदार प्रदर्शन किया और आरोपी की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, 12 जून (गुरुवार) की शाम लगभग 5 बजे एक हिंदू महिला लकड़ी खरीदने बाजारघाट इलाके में स्थित एक दुकान पर गई थीं। आरोप है कि दुकान के मालिक, आयनुल हक नामक एक लकड़ी व्यापारी, ने महिला को अकेला पाकर पहले उसका हाथ पकड़कर दुकान के अंदर खींचा और जबरन कुर्सी पर बैठा दिया। महिला के विरोध करने पर आरोपी ने उसे धमकाया और चुप रहने को कहा। इसके बाद भी आरोपी ने महिला के साथ कई बार अभद्र व्यवहार और छेड़छाड़ की कोशिश की।
हालांकि, महिला ने साहस और सूझबूझ का परिचय देते हुए खुद को बचाकर वहां से निकलने में सफलता पाई। पीड़िता ने उसी रात राताबाड़ी थाने में एफआईआर दर्ज कराई।
घटना की जानकारी मिलते ही विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल जैसे संगठनों के पदाधिकारी महिला को न्याय दिलाने के लिए सामने आए। संगठनों ने चेतावनी दी है कि यदि आरोपी को शीघ्र सजा नहीं दी गई तो वे लोकतांत्रिक तरीके से बड़ा आंदोलन शुरू करने को विवश होंगे।
बताया जा रहा है कि पीड़िता एक आत्म सहायता समूह (Self Help Group) की सक्रिय सदस्य हैं। इस कारण खबर तेजी से फैल गई और 13 जून को आसपास की दर्जनों महिला SHG सदस्य एकत्र होकर पहले गांव में और फिर शाम को राताबाड़ी थाने के बाहर प्रदर्शन करने पहुंचीं।
महिलाओं ने आरोपी की गिरफ्तारी की मांग के साथ-साथ राज्य के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत विश्व शर्मा से भी हस्तक्षेप की अपील की।
इधर, प्रदर्शन के दौरान पाथरकांदी पुलिस ने आयनुल हक को गिरफ्तार कर लिया और उसे न्यायालय में प्रस्तुत किया गया है। पुलिस सूत्रों ने आरोपी की गिरफ्तारी की पुष्टि की है।
यह घटना इलाके में महिला सुरक्षा को लेकर गहरी चिंता पैदा कर रही है, और अब सभी की नजरें प्रशासन की अगली कार्रवाई पर टिकी हैं।





















