देश के कई हिस्सों में तापमान में लगातार बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है जिसकी वजह से तपिश बढ़ गई है। वहीं कल, पश्चिम राजस्थान, गुजरात के कई हिस्सों, उत्तर प्रदेश, मध्य महाराष्ट्र, सौराष्ट्र और कच्छ, मराठवाड़ा, पूर्वी राजस्थान के अलग-अलग इलाकों में अधिकतम तापमान 40 से 43 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा। इन हिस्सों में अधिकतम तापमान सामान्य से दो से चार डिग्री सेल्सियस ऊपर दर्ज किया गया।
कल, राजस्थान के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान सामान्य से तीन से छह डिग्री सेल्सियस ऊपर रहा। वहीं, गुजरात, पश्चिम मध्य प्रदेश, बिहार, झारखंड, केरल और माहे, मध्य महाराष्ट्र के अलग-अलग हिस्सों में न्यूनतम तापमान सामान्य से दो से चार डिग्री सेल्सियस अधिक रहा।
मौसम विभाग के मुताबिक, 11 से 14 अप्रैल, 2024 के दौरान केरल और माहे में और 11 और 12 अप्रैल को ओडिशा, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, तटीय कर्नाटक, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल तथा रायलसीमा में लोगों को गर्म और नमी से भरे मौसम से दो चार होना पड़ सकता है।
कल देश भर में पश्चिमी राजस्थान के बाड़मेर में अधिकतम तापमान 42.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेरठ में न्यूनतम तापमान 14.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
कहां होगी बारिश-बर्फबारी और ओलावृष्टि?
चक्रवाती प्रसार और हवाओं के असंतुलित ट्रफ के कारण 11 से 13 अप्रैल के दौरान मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, विदर्भ, मराठवाड़ा, मध्य महाराष्ट्र में बिजली गिरने, 30 से 50 किमी प्रति घंटे की दर से चलने वाली तूफानी हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने का पूर्वानुमान लगाया गया है। इन राज्यों में 5.6 मिमी से 64.4 मिमी तक बारिश हो सकती है।
वहीं, 11 से 13 अप्रैल के दौरान पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों, झारखंड, ओडिशा, बिहार और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में गरज के साथ बादलों के बरसने के आसार हैं, इन हिस्सों में 5.6 मिमी से 64.4 मिमी तक बादलों के बरसने का अनुमान लगाया गया है।
मौसम विभाग की मानें तो अगले सात दिनों के दौरान तेलंगाना, केरल और माहे, आंतरिक कर्नाटक, तटीय आंध्र प्रदेश-यनम, तमिलनाडु, पुडुचेरी-कराइकल में 30 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के साथ हल्की से मध्यम वर्षा हो सकती है, यहां 5.6 मिमी से 64.4 मिमी तक बरसेंगे बदरा।
आज यानी 11 अप्रैल को मध्य प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में ओले गिरने के आसार हैं। वहीं, 11 और 12 अप्रैल के दौरान विदर्भ में तथा 12 और 13 अप्रैल को मराठवाड़ा में ओलावृष्टि होने की आशंका जताई गई है। वहीं कल, पूर्वी मध्य प्रदेश के भोपाल, बैतूल, छिंदवाड़ा, बालाघाट, सिवनी के अलग-अलग हिस्सों में ओलावृष्टि दर्ज की गई।
उत्तर भारत में मौसम संबंधी बदलाव
पश्चिमी विक्षोभ के कारण 11 और 12 अप्रैल के दौरान जम्मू और कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश तथा ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी हो सकती है। उत्तर के इन पहाड़ी राज्यों में 5.6 मिमी से 64.4 मिमी तक बारिश हो सकती है।
वहीं, 13 से 15 अप्रैल के दौरान इन्हीं राज्यों में 30 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश, बर्फबारी तथा वज्रपात की आशंका जताई गई है।
उत्तर भारत के मैदानी इलाकों को लेकर मौसम विभाग के ताजा अपडेट देखें तो 13 से 15 अप्रैल के दौरान उत्तर प्रदेश, पंजाब और हरियाणा के अलग-अलग हिस्सों में तेज हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश तथा बिजली गिरने के आसार हैं।
11 से 15 अप्रैल के दौरान राजस्थान में बिजली गिरने, तेज हवाओं के साथ बादलों के बरसने का पूर्वानुमान लगाया गया है।
मौसम विभाग के मुताबिक, 13 और 14 अप्रैल को जम्मू और कश्मीर, 14 अप्रैल को हिमाचल प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश तथा ऊंचाई वाले हिस्सों में हिमपात के आसार हैं। इन राज्यों में 64.5 मिमी से 115.5 मिमी तक बारिश होने की आशंका जताई गई है।
13 अप्रैल को जम्मू, पंजाब, हरियाणा, पश्चिम राजस्थान के कुछ हिस्सों में ओलावृष्टि के आसार हैं। वहीं 13 और 14 अप्रैल को हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और 14 अप्रैल को पूर्वी राजस्थान और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भी ओले गिरने की आशंका जताई गई है।
पूर्वोत्तर में मौसम संबंधी बदलाव
मौसम विभाग के अनुसार, अगले सात दिनों के दौरान अरुणाचल प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में वज्रपात, गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश तथा बर्फबारी हो सकती है।
वहीं अगले सात दिनों के दौरान उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के अलग-अलग इलाकों में तूफानी हवाओं के साथ बादलों के बरसने तथा बिजली गिरने की आशंका जताई गई है।
कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, 10 अप्रैल को 8:30 से 5:30 के दौरान उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम के कुछ हिस्सों, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, विदर्भ और उत्तरी आंतरिक कर्नाटक के अलग-अलग हिस्सों में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें पड़ी।
कल कहां हुई एक सेमी या उससे अधिक बारिश?
कल, 10 अप्रैल को 8:30 से 5:30 के दौरान पश्चिमी मध्य प्रदेश के भोपाल में 3 सेमी, रायसेन में 1 सेमी, पूर्वी मध्य प्रदेश के सिवनी में 2 सेमी बारिश दर्ज की गई।




















