पटना. विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) प्रमुख मुकेश सहनी के पिता जीतन सहनी की मर्डर मिस्ट्री अभी लोगों के लिए राज बनी हुई है. कुछ दिन पहले बिहार के दरभंगा से दिल दहलाने वाली खबर सामने आई थी. मुकेश सहनी के पिता जीतन सहनी की घर में घुस कर बड़ी बेरहमी के साथ हत्या कर दी गई. ये हत्या क्यों और किसने की? इस सवाल पर अभी भी सस्पेंस बना हुआ है. आईपीएस काम्या मिश्रा ने इस राज पर से पर्दा उठाने का दारोमदार संभाला था. मगर हत्याकांड के चंद हफ्तों में ही उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है.
आईपीएस काम्या मिश्रा को बिहार की लेडी सिंघम कहा जाता है. काम्या मिश्रा की छवि बिहार में सख्त और ईमानदार पुलिस ऑफिसर की है. महज 22 साल की उम्र में देश की सबसे मुश्किल परीक्षा पास करने वाली काम्या मिश्रा उस समय सुर्खियों में आ गईं, जब उन्होंने बिहार की सबसे चर्चित मर्डर मिस्ट्री को सुलझाने की कमान संभाली. हालांकि जीतन सहनी का केस खत्म होने से पहले ही उनके इस्तीफे से हर कोई हैरान है.
काम्या मिश्रा ने क्यों दिया इस्तीफा
बिहार कैडर की आईपीएस ऑफिसर काम्या मिश्रा दरभंगा में ग्रामीण एसपी के पद पर थीं. उनके इस्तीफे की वजह अभी तक साफ नहीं हुई है. काम्या का कहना है कि उन्होंने निजी कारणों से इस्तीफा दिया है. दरअसल काम्या अपने माता-पिता की इकलौती संतान हैं. वहीं उनके पिता ओडिशा के बड़े बिजनेसमैन हैं. ऐसे में काम्या ने अपने पिता का बिजनेस संभालने के लिए नौकरशाही छोड़ने का फैसला किया है.
2019 में बनीं थीं ऑफिसर
काम्या मिश्रा के करियर की बात करें तो वो पढ़ने में हमेशा से होशियार रही हैं. ओडिशा की रहने वाली काम्या ने 12वीं कक्षा में 98 प्रतिशत अंक हासिल किए थे. इसके बाद काम्या ने दिल्ली विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन डिग्री हासिल की. उन्होंने लेडी श्रीराम कॉलेज से स्नातक किया. इसके साथ ही काम्या ने यूपीएससी की तैयारी भी शुरू कर दी थी. कॉलेज पूरा होने के बाद काम्या ने यूपीएससी की परीक्षा दी और 2019 में 172वीं रैंक के साथ वो आईपीएस ऑफिसर बन गईं.
काम्या के पति भी हैं आईपीएस
बिहार कैडर में पांच साल गुजारने के बाद अब काम्या ने नौकरी छोड़ दी है. बता दें कि काम्या मिश्रा के पति अवधेश दीक्षित भी बिहार कैडर के आईपीएस ऑफिसर हैं. वो बिहार के मुजफ्फरपुर सिटी में एसपी के पद पर नियुक्त हैं.