एक और जहां चुनाव का समय नज़दीक आ रहा है और राजनैतिक सरगर्मी बढ़ रही है। जहां एक और योजनाओं की झड़ी लगा दी गयी है, वही हिंदीभाषी समाज अपने को बांटा हुआ पाता है। हिंदी भाषियों का अपहरण जहां एक और चिंता का विषय बना हुआ हैै, वही ऊंचे पदों पर बैठे लोग अपनी राजनैतिक छवि को बनाने में लगे हुए है लेकिन ज़मीन से जुडे हुए मुद्दों और आम जन की बात कोई नही उठा रहा है। इन््हीं विषयों को लेकर सर्व हिंदुस्तानी युवा परिषद के बरपेटा जिला अध्यक्ष राकेेेश शर्माा, जय चंद्र कामत, मनीषा कुमारी कृष्णा पांडे द्वारा एक ज्ञापन जनता दल संयुक्त के राष्ट्रीय सचिव संजय वर्मा को दिया गया।
प्रभारी एवं सचिब से बिहार के मुख्यमंत्री माननीय नीतीश कुमार जी से गुहार लगाई है कि अपहृत बिहार निवासी राम कुमार जी को बचाया जाए। वही असम के गृह विभाग से यह आस्वासन दिया गया है कि उन्हें सुरक्षित रूप से बचाया जाए और हिंदीभाषी समाज का मनोबल बढ़ाया जाए। ऐसे घटनाएं असम के वृहद समाज के लिए बहुत अपेक्षित है कि लोग मिल जुलकर एक साथ असम के विकास में अपनी भूमिका निभाएं नाकि तुस्टीकरण की राजनीति कर अपना उल्लू सीधा करेें। तथाकथित समाज के नेताओं से अनुरोध है कि इस संकट के समय मेें एक साथ मिलकर सर्व हिंदुस्तानी युवा परिषद की इस मुहिम में अपनी सहभागिता प्रदान करे।