नई दिल्ली. नीट पेपर लीक मामले में बिहार आर्थिक अपराध इकाई ईओयू ने 9 परीक्षार्थियों को नोटिस भेजा है. और उन्हें साक्ष्य समेत दफ्तर में पूछताछ के लिए बुलाया है. बिहार आर्थिक अपराध इकाई वर्तमान में 5 मई को आयोजित (नीट) के दौरान संभावित पेपर लीक के दावों की जांच कर रही है. ईओयू ने नोटिस भेजकर परीक्षार्थियों को साक्ष्य समेत पूछताछ के लिए बुलाया है. इसके अलावा उनके अभिभावकों को भी बुलाया गया है. सभी नीट परीक्षार्थी बिहार के अलग अलग जिलों के रहने वाले हैं.
नीट पेपर में धांधली की जांच के दौरान पुलिस की अब तक छानबीन में सॉल्वर गैंग के पास 13 परीक्षार्थियों के रोल कोड मिले थे. जिसमें से चार को पुलिस ने पेपर लीक के समय ही गिरफ्तार कर लिया था, बाकी 9 परीक्षार्थियों के बारे में जानकारी के लिए ईओयू ने परीक्षा का संचालन करने वाली एजेंसी एनटीए को पत्र लिखा था, साथ ही रेफरेंस नीट क्वेश्चन पेपर की मांग भी की थी.
इओयू के डीआईजी मानवजीत सिंह ढिल्लों के मुताबिक, एनटीए ने अपने जवाब में मांगे गए परीक्षार्थियों का प्रवेश पत्र भेजा था, जिसके जरिये इओयू को परीक्षार्थियों के मोबाइल नंबर और पते की जानकारी मिली. इसी पते पर नोटिस भेजकर परीक्षार्थियों को पूछताछ के लिए बुलाया गया है, जिसके बाद परीक्षार्थियों व उनके अभिभावकों से सॉल्वर गिरोह से उनके जुड़ाव के बारे में सवाल किया जाएगा. यह भी पूछा जाएगा कि इन 9 परीक्षार्थियों को भी सॉल्वर गिरोह ने परीक्षा से पहले प्रश्न पत्र रटवाए थे या नहीं.
बिहार की आर्थिक अपराध इकाई की जांच से संकेत मिलता है कि यह वही गिरोह है, जो बीपीएससी टीआरई 3.0 से संबंधित प्रश्न पत्र लीक करने में शामिल था. पेपर के 30 से 32 लाख रुपये लिए गए, अभ्यर्थियों को सेफहाउस में उत्तर देने के लिए कहा गया, जहां से उन्हें एस्कॉर्ट के साथ सीधे परीक्षा केंद्रों पर भेजा गया.