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तेजस्वी ने मुख्यमंत्री के जन्म दिन बधाई के साथ विदाई वाला दिया संदेश
आगामी विधानसभा चुनाव में एआई के माध्यम से चुनाव प्रचार की तैयारी में राजद
अनिल मिश्र/ पटना, 1 मार्च: सन् दो हजार चौबीस खत्म होते और सन् दो हजार पच्चीस की सूर्योदय के साथ ही बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी हलचल तेज हो गई है। इस बार बिहार विधानसभा चुनाव में किसके सिर ताज सजेगा इसको लेकर सियासी कयास अभी से ही लगाए जा रहे हैं। हालांकि चुनाव में अभी नौ माह देर हैं।फिर भी अभी से ही सभी प्रमुख नेता अपनी- अपनी जीत का दावा कर रहे हैं। एनडीए का दावा है कि इस वर्ष 2025 में फिर उनकी सरकार बनेगी तो वहीं नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव का दावा है कि बिहार की जनता बीस साल से चल रहे नीतीश सरकार से ऊब गई है और इस बार प्रदेश में महागठबंधन की सरकार बनने जा रही है। तेजस्वी यादव के इस दावे से सियासी हलचल तेज है।वहीं चुनाव से पहले बयानबाजियों का दौर भी जारी है। नेता एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं। तेजस्वी यादव लगातार सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और बिहार सरकार पर हमलावर हैं। इसी सिलसिले में एक बार फिर आज तेजस्वी ने एक्स पर पोस्ट कर बड़ा हमला बोला है। तेजस्वी यादव ने कहा है कि नीतीश सरकार अब बिहारवासियों के लिए बोझ बन गई है। बिहार के लोगों ने अब ठान लिया है कि उन्हें इस सराकर को हटाना है। वहीं दूसरी ओर तेजस्वी यादव ने सीएम नीतीश को जन्मदिन की बधाई भी दी। सोशल मीडिया पर उन्होंने एक लाइन के बधाई संदेश में लिखा कि, “बिहार के माननीय मुख्यमंत्री जी को जन्मदिन की हार्दिक बधाई”।तेजस्वी ने एक्स पर लिखा कि, बिहार में पन्द्रह साल पुरानी गाड़ी चलाने की अनुमति नहीं है क्योंकि वो ज़्यादा धुँआ फेंकती है, प्रदूषण बढ़ाती, जनता के लिए हानिकारक है तो फिर एनडीए की बीस साल पुरानी जोड़-तोड़, पलटा-पलटी वाली खटारा सरकार क्यों चलेगी? बीस वर्षों की नीतीश सरकार ने विगत बीस साल में बिहार के हर गली-हर टोला-हर गाँव में गरीबी, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, अपराध और पलायन रूपी भयंकर प्रदूषण फैला दिया है।
उन्होंने आगे कहा कि, नीतीश-भाजपा सरकार ने बीस वर्षों में दो पीढ़ियों का जीवन बर्बाद कर दिया। अब यह सरकार बिहारवासियों पर बोझ बन चुकी है। अब इसे बदलना अति आवश्यक है। बिहार के युवाओं ने ठान लिया है कि अब बीस साल पुरानी खटारा, जर्जर, बीमार और थकी हुई अविश्वसनीय नीतीश-एनडीए सरकार को हटा कर एक नई सोच, नए विज़न, नए जोश और नयी दिशा वाली युवा एवं नौकरी-रोजगार व विकास कार्यों को समर्पित विश्वसनीय जुनूनी सरकार को लाना है तथा नया बिहार बनाना है।
वहीं बिहार का पिछला विधानसभा चुनाव कोरोना काल की पहली दस्तक के समय हुआ था। कोरोना के कारण लोग डरे और सहमे हुए थे । वहीं चुनावी सभाओं पर रोक या नियंत्रण की स्थिति भी लागू थी। उस समय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाईटेड ने वर्चुअल प्रचार-रैलियों के मामले में सहयोगी भारतीय जनता पार्टी को भी पीछे छोड़ दिया था। जदयू ने बाकायदा एक नियंत्रण कक्ष बनाकर इसपर काम किया था। इस बार विपक्षी राष्ट्रीय जनता दल एक कदम आगे चल रहा है।इसी सिलसिले में राष्ट्रीय जनता दल ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमले के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद लेनी शुरू कर दी है। इस मामले आधुनिक तकनीकों का उपयोग बिहार के राजनीतिक दल कर सकते हैं, यह पिछले विधानसभा चुनाव में सामने आया था। जदयू ने पिछले चुनाव में जदयू आनलाईन का प्रोजेक्ट लाया था। जदयू के मौजूदा कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय झा ने उस समय इसकी कमान संभाली थी। हर जिले के कार्यकर्ताओं का मोबाइल नंबर लेकर उन्हें इसके जरिए जोड़ा गया था, ताकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का वर्चुअल संदेश चुनाव से पहले पार्टी में हर स्तर तक पहुंच जाए। यह प्रयोग काफी हद तक सफल रहा था। वैसे वर्चुअल रैली तो भारतीय जनता पार्टी ने भी की थी, लेकिन उसका प्रयोग बिहार के स्तर से नहीं हुआ था। इस बार विधानसभा चुनाव आने के पहले आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का जमाना आ चुका है। सोशल मीडिया माध्यमों से अपनी बात पहुंचाने का वर्चुअल प्रयोग अब उपयोग के रूप में स्थापित है। इसी को लेकर बार एआई पर प्रयोग किया जाना है। इस एआई के माध्यम से राष्ट्रीय जनता दल ने मीम्स, कार्टून और प्रचार के अन्य माध्यमों में एआई का प्रयोग शुरू कर दिया है।