अनिल मिश्र/पटना. बिहार में प्रशासन के तमाम सख्ती के बावजूद हर्ष फायरिंग की घटनाएँ थमने का नाम नहीं ले रही है. हथियार रखने और सामाजिक कार्यक्रमों में हथियार लहराने एवं फायरिंग करने वाले लोग इन तमाम पाबंदियों के बावजूद अपनी फितरत से बाज नहीं आ रहे हैं. इसी फितरत के कारण कल देर रात एक सात वर्षीय बच्चा काल के गाल में समा गया.
कल बुधवार की रात बिहार के मोतिहारी जिले के पकड़ीदयाल थाना क्षेत्र के सिसहनी गांव में सिसहनी पंचायत के पूर्व मुखिया (प्रधान) गेनामती देवी के पौत्री का बारात शादी के लिए आयी. बारात को दुआर लगने के दौरान कुछ लोगों ने अवैध हथियार से हर्ष फायरिंग की. हर्ष फायरिंग में इसी गांव के रहने वाले जयकिशुन पासवान का लड़का सात वर्षीय गोविंद कुमार सहित चार लोगों को गोली लग गई. इस हर्ष फायरिंग की गोली से गोविंद की मौत घटनास्थल पर ही हो गई. जबकि तीन गंभीर रूप से घायल लोगों का ईलाज मोतिहारी के सदर अस्पताल में किया जा रहा है. इस घटना की सूचना मिलते ही पकड़ीदयाल के डीएसपी सुबोध कुमार घटनास्थल पर पहुंचकर मामले की जांच-पड़ताल कर रहे हैं.
गौरतलब हो कि राज्य सरकार के सख्त निर्देश के बावजूद शादी-ब्याह, तिलक, मुंड़न या अन्य किसी भी सामाजिक, धार्मिक कार्यक्रमों में हथियार लहराने अथवा हर्ष फायरिंग करने पर हत्या का प्रयास करने या हत्या का आरोपी बनाने का प्रावधान है. फिर भी हथियारों के शौकिन लोग अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे. जिसके कारण सामाजिक या धार्मिक कार्यक्रमों में भाग लेने वाले या आसपास रहने वाले लोग कब काल के गाल में समा जायेंगे यह न तो उन्हें पत्ता है न उपर वालों को ही है.
राज्य के पुलिस की माने तो 2023के जनवरी से नवम्बर तक 87हर्ष फायरिंग के मामले सूबे में दर्ज किए गए हैं. यह आंकड़े सरकारी रिपोर्ट के अनुसार है जो पुलिस को मिले हैं. न जाने कितने मामले और होंगे जो पुलिस तक पहुंच ही नहीं पायी.