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सिलचर रानू दत्ता- डेराजे हुलुद फूल, गट्टजंम – बराक की युवा सुतपा चक्रवर्ती को हाल ही में इस काव्य पुस्तक के लिए प्रतिष्ठित साहित्य अकादमी युवा पुरस्कार मिला है। इस उपलब्धि के लिए बराक डेमोक्रेटिक फ्रंट के प्रतिनिधियों ने आज उनके घर जाकर उन्हें सम्मानित किया.
इस दिन बीडीएफ की ओर से उन्हें सम्मान पत्र सौंपा गया. प्रमाण पत्र में कहा गया है कि हालांकि कवि का कोई विशिष्ट देश नहीं है, लेकिन चूंकि उनके विचार बराक घाटी में बने थे, इसलिए यह पहचान वास्तव में है. सीमांत, उपेक्षित घाटी की एक पहचान सोचती है यह उनकी परम महिमा है. उन्होंने कवि को बधाई और शुभकामनाएं देने के साथ ही कहा कि उनका विश्वास है कि भविष्य में उनकी कलम और भी धारदार होगी, उनके युवा कवि की प्रतिभा अंधेरे समय में भी चमकेगी, उनकी साहसी लेखनी उनके आसपास के ठहराव को कुचल देगी.
कवयित्री सुतापा चक्रवर्ती ने उस दिन का प्रमाण पत्र स्वीकार करने के बाद बीडीएफ प्रतिनिधिमंडल के प्रति आभार व्यक्त किया। वह विनम्रतापूर्वक कहते हैं कि हालाँकि उन्हें यह सम्मान पाकर अच्छा लग रहा है, लेकिन साथ ही उन्हें शर्म भी महसूस होती है क्योंकि उन्हें लगता है कि उन्होंने इस तरह का सम्मान पाने के लिए कुछ भी महत्वपूर्ण काम नहीं किया है।
बीडीएफ के कार्यक्रम में मुख्य संयोजक प्रदीप दत्तराय सहित जयदीप भट्टाचार्य, हृषिकेश डे, देवायन देव, हराधन दत्ता, अपर्णा देव व अन्य उपस्थित थे.




















