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अगरतला, 9 मई 2025:
धम्म दीप फाउंडेशन के चेयरमैन और धम्म दीप विश्वविद्यालय के कुलपति भंते डॉ. धम्म पिया ने रविवार, 4 मई को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस), त्रिपुरा प्रांत द्वारा आयोजित संघ शिक्षा वर्ग के समापन समारोह में भाग लिया।
डॉ. धम्म पिया, जो कि एक श्रद्धेय बौद्ध धर्मगुरु और एशिया बौद्ध संगठन के सचिव हैं, त्रिपुरा के स्थायी निवासी हैं और आरएसएस के कार्यों से भली-भांति परिचित हैं। मंच से संबोधित करते हुए उन्होंने संघ के प्रयासों की सराहना की और सामाजिक एकता व मूल्य आधारित शिक्षा के महत्व को रेखांकित किया।
समग्र विकास की आवश्यकता को रेखांकित करते हुए उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण केवल आध्यात्मिक विकास के लिए ही नहीं, बल्कि राष्ट्रीय उन्नति के लिए भी अनिवार्य है। उन्होंने कहा, “कोई भी ज्ञान लेकर जन्म नहीं लेता — सब कुछ प्रशिक्षण से ही सीखा जाता है। समाज की निःस्वार्थ सेवा के लिए अनुशासन और उचित प्रशिक्षण आवश्यक हैं। यही कारण है कि संघ शिक्षा वर्ग जैसी पहलें अत्यंत महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि ये देशभक्ति और सेवा के प्रति गहन प्रतिबद्धता को उत्पन्न करती हैं।”
अपने संबोधन में भंते डॉ. धम्म पिया ने एकता, अनुशासन और चरित्र निर्माण के महत्व पर जोर देते हुए वर्ग के समापन समारोह को प्रेरणादायक और चिंतनशील बना दिया।
20 अप्रैल से 4 मई तक आयोजित इस प्रशिक्षण शिविर में शारीरिक, वैचारिक और सांस्कृतिक शिक्षा का सुव्यवस्थित कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। आरएसएस लंबे समय से इस वार्षिक संघ शिक्षा वर्ग को ऐसे अनुशासित और सेवा-भावी नागरिकों के निर्माण का प्रमुख साधन मानता है जो राष्ट्र के विकास में योगदान दे सकें।
इस वर्ष के वर्ग में छात्रों, डॉक्टरों, इंजीनियरों, किसानों, उद्यमियों और अन्य पेशेवरों सहित समाज के विभिन्न क्षेत्रों से स्वयंसेवकों ने भाग लिया — जो त्रिपुरा में आरएसएस की व्यापक पहुंच को दर्शाता है।
समाज के सभी वर्गों से सामाजिक विकास के लिए एकजुट होने का आह्वान करते हुए डॉ. धम्म पिया ने कहा कि निरंतर नैतिक प्रशिक्षण के माध्यम से ही कोई “वास्तविक मनुष्य” बन सकता है — जो जागरूक, करुणामयी और सामाजिक रूप से उत्तरदायी हो।
समारोह में त्रिपुरा प्रांत बौद्धिक प्रमुख श्री अशोक बिस्वास ने भी प्रशिक्षुओं और उपस्थितजनों को संघ की यात्रा और आगामी शताब्दी वर्ष समारोह की तैयारियों के बारे में जानकारी दी।





















