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शिलचर, 30 अप्रैल: शिलचर शहर की एक प्रतिष्ठित परिवार से ताल्लुक रखने वाली वृद्धा महिला ब्रह्मकुमारी संस्था की कथित धोखाधड़ी का शिकार हो गई हैं। इस गंभीर मामले में अब ‘बांग्ला नव निर्माण सेना (BNS)’ नामक सामाजिक संगठन उनके समर्थन में आगे आकर मानवता की मिसाल पेश कर रहा है।
बुधवार को शिलचर पेंशनर्स भवन में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में संगठन के केंद्रीय अध्यक्ष प्रीतम देव ने जानकारी दी कि पीड़िता अब घर-बार से बेघर होकर सड़कों पर भटकने को मजबूर हैं। उन्होंने बताया कि वृद्धा महिला ने न्याय की गुहार लगाई, लेकिन कहीं से मदद नहीं मिली। अंततः निराश होकर उन्होंने BNS का दरवाजा खटखटाया।
प्रीतम देव ने बताया कि वृद्धा ने अपने जीवन भर की जमा पूंजी—जो पेंशन की राशि और विवेकानंद रोड स्थित अपने मकान की बिक्री से प्राप्त करीब 20 लाख रुपये शामिल हैं—ब्रह्मकुमारी संस्था को सौंप दिए थे। यह सब संस्था की बहन जी ज्योति कलिता के झांसे में आकर किया गया, जिन्होंने वृद्धा को आध्यात्मिक मार्गदर्शन और सेवा के नाम पर अपने जाल में फंसा लिया।
लेकिन विडंबना यह रही कि जीवन के इस अंतिम पड़ाव में भी उन्हें अपने ही घर में रहने की अनुमति नहीं दी गई। आरोप है कि संस्था ने सारी संपत्ति हड़प ली और अब उन्हें दर-दर की ठोकरें खाने के लिए छोड़ दिया है।
प्रीतम देव ने इस घटना की तीव्र निंदा करते हुए कहा कि ज्योति कलिता जैसे लोग लंबे समय से शिलचर शहर में भोले-भाले लोगों को निशाना बनाकर इस प्रकार की धोखाधड़ी कर रहे हैं। उन्होंने शहरवासियों से अपील की कि वे ऐसे असामाजिक तत्वों के खिलाफ आवाज़ उठाएं और पीड़िता महिला को न्याय दिलाने में सहयोग करें।
बांग्ला नव निर्माण सेना ने मीडिया के माध्यम से प्रशासन और समाज से मांग की है कि इस मामले की निष्पक्ष जांच हो और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।





















