शिलचर, 13 अगस्त ::— एचआईवी/एड्स की रोकथाम, जन-जागरूकता और सामाजिक सहभागिता बढ़ाने के उद्देश्य से कछार जिला प्रशासन द्वारा बुधवार से विशेष सूचना, शिक्षा और संचार (IEC) अभियान की शुरुआत की गई। जिला आयुक्त कार्यालय प्रांगण में आयोजित कार्यक्रम में जिला आयुक्त श्री मृदुल यादव, आईएएस, ने उद्घाटन भाषण दिया और हरी झंडी दिखाकर शहर में भव्य रैली को रवाना किया।
जिला आयुक्त ने कहा, “भय और भेदभाव दूर करना ही एचआईवी रोकथाम की सबसे बड़ी कुंजी है। एक जागरूक समाज ही इस लड़ाई का सबसे मजबूत हथियार है। हमें समय पर जांच करानी चाहिए, संक्रमितों के प्रति सहानुभूति रखनी चाहिए और उन्हें उपचार एवं सहयोग उपलब्ध कराना चाहिए। यह अभियान केवल जानकारी देने का प्रयास नहीं है, बल्कि यह सहानुभूति, स्वीकृति और सामूहिक जिम्मेदारी का प्रतीक है।”
रैली में स्वास्थ्यकर्मियों, छात्र-छात्राओं, स्वयंसेवकों और सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। हाथों में तख्तियां, बैनर और जागरूकता के नारों के साथ रैली ने शहर की प्रमुख सड़कों का भ्रमण किया और आम जनता तक संदेश पहुंचाया।
रैली के बाद शिलचर महिला कॉलेज में उद्घाटन जागरूकता सभा का आयोजन हुआ। मुख्य वक्ता स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त संचालक डॉ. शिवानंद राय ने एचआईवी की रोकथाम, समय पर पहचान, नियमित उपचार, भ्रांतियों को दूर करने और सामाजिक भेदभाव खत्म करने पर विस्तृत चर्चा की। प्रश्नोत्तर सत्र ने कार्यक्रम की रोचकता बढ़ा दी और युवाओं में जिम्मेदारी की भावना को मजबूत किया।
इस अवसर पर अतिरिक्त जिला आयुक्त (स्वास्थ्य) डॉ. खालेदा सुल्ताना अहमद, सहायक आयुक्त एवं शाखा अधिकारी (स्वास्थ्य) दीपा दास, महिला कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सुजीत तिवारी, डीपीएम (एनएचएम) राहुल घोष, क्लिनिकल सर्विसेज ऑफिसर सैयद सलीम हक तथा दिशा क्लस्टर की डेटा मॉनिटरिंग एवं डॉक्यूमेंटेशन ऑफिसर तसनीम नेसा सहित कई अधिकारी मौजूद रहे।
जिला प्रशासन ने बताया कि आने वाले दिनों में शैक्षणिक संस्थानों, हाट-बाजारों और ग्रामीण क्षेत्रों में लगातार जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। नाटक, रैली, सामुदायिक बैठकें और IEC सामग्री वितरण के माध्यम से आमजन तक पहुंच बनाई जाएगी। विशेष ध्यान युवाओं की सक्रिय भागीदारी, महिलाओं के स्वास्थ्य संरक्षण और संवेदनशील समूहों के लिए लक्षित पहल पर रहेगा।
यह अभियान संयुक्त राष्ट्र के यूएनएड्स “95-95-95” वैश्विक लक्ष्य के अनुरूप है, जिसके तहत 95% एचआईवी संक्रमित अपनी स्थिति जानेंगे, 95% नियमित उपचार प्राप्त करेंगे और 95% रोगियों में वायरस दमन सुनिश्चित किया जाएगा। जिला प्रशासन को विश्वास है कि सतत प्रयास और सामाजिक साझेदारी से कछार एक भेदभाव-मुक्त, एचआईवी-मुक्त समाज की ओर अग्रसर होगा।





















