शिलचर, 28 मई – शिलचर फूडग्रेन्स मर्चेंट एसोसिएशन ने भांगा रेलवे यार्ड की बदहाल स्थिति को लेकर गहरी चिंता व्यक्त की है और संबंधित रेलवे अधिकारियों से शीघ्र हस्तक्षेप की मांग की है।
एसोसिएशन के महासचिव श्री दीपक चंद्र पाल ने एक पत्र के माध्यम से बताया कि बरसात शुरू होते ही भंगा रेलवे यार्ड में कीचड़ और बारिश का पानी भर जाता है, जिससे खाद्यान्न जैसी आवश्यक वस्तुओं की ढुलाई अत्यंत कठिन और खतरनाक हो गई है। मजदूर वर्तमान हालात में मालगाड़ियों से सामान उतारने में असमर्थ और अनिच्छुक हैं।
गौरतलब है कि वित्तीय वर्ष 2024-25 में भंगा रेलवे यार्ड के पहुंच मार्ग और अन्य आवश्यक सुविधाओं के नवीकरण हेतु रेलवे विभाग द्वारा ₹16.03 करोड़ की राशि स्वीकृत की गई थी। बावजूद इसके, अब तक कार्य प्रारंभ नहीं हो पाया है। एसोसिएशन ने यार्ड की वर्तमान स्थिति की तस्वीरें भी संलग्न की हैं।
श्री पाल ने यह भी उल्लेख किया कि बराक घाटी का सड़क संपर्क अक्सर बाधित रहता है और इस क्षेत्र का देश के अन्य हिस्सों से संपर्क टूट जाता है। ऐसे में माल आपूर्ति की निर्भरता मुख्य रूप से रेल मार्ग पर है। आगामी 21 मई 2025 से एनएचआईडीसीएल द्वारा काठीघोड़ा स्थित गेमोन पुल पर यातायात बंद करने की घोषणा से स्थिति और भी गंभीर हो सकती है।
उन्होंने चेतावनी दी कि यदि यार्ड की स्थिति शीघ्र सुधारी नहीं गई, तो खाद्यान्न आपूर्ति श्रृंखला पूरी तरह से चरमरा सकती है।
एसोसिएशन ने रेलवे विभाग से अनुरोध किया है कि इस अत्यंत संवेदनशील मुद्दे को प्राथमिकता पर लेते हुए तत्काल प्रभाव से नवीकरण कार्य आरंभ कराया जाए, ताकि क्षेत्र में खाद्य आपूर्ति सुचारु बनी रह सके।





















