गुवाहाटी, 06 अक्टूबर (हि.स.)। कांग्रेस लोगों के सामने कसम खाकर ब्लैकमेलिंग की राजनीति कर रही है। अल्पसंख्यक बहुल निर्वाचन क्षेत्र में कांग्रेस केवल एक सीट जीत सकती है। यहां कर्नाटक मॉडल नहीं है, असम मॉडल के बारे में सोचें। ये बातें आज राज्य के सूचना एवं प्रसारण आदि मामलों के मंत्री पीयूष हजारिका ने मीडिया से बातचीत करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव में हम 11 सीटें जीतेंगे ही, सीटों की संख्या 12 भी हो सकती है। यह पूछे जाने पर कि क्या पेट्रोल डिपो पर मुफ्त तेल, रसोई गैस सिलेंडर मुफ्त देने के कांग्रेस के शपथ ग्रहण से भाजपा मुश्किल में पड़ जाएगी, मंत्री ने पलटकर पूछा कि कौन शपथ ले रहा है। कहा कि कांग्रेस की सरकार तो पहले बन जाए, तभी उनकी शपथ काम करेगी।
इस संदर्भ में मंत्री हजारिका ने इंडिया टीवी और सीएनएक्स ओपिनियन पॉल का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि सर्वे के मुताबिक असम में इस बार लोकसभा चुनाव में भाजपा को 12 सीटें मिलेंगी। इंडिया टीवी और सीएनएक्स ओपनियन पॉल ने गुरुवार को कहा कि भाजपा असम में 12 सीटें जीतेगी। और हम पहले से ही यह कह रहे हैं। मैं भी कई बार यह कहता रहा हूं। मुख्यमंत्री भी कई बार यह कह चुके हैं। इसलिए अगर मैं लोकसभा में 14 में से 12 सीटें जीतता हूं, तो हम विधानसभा चुनाव में भी 100 से अधिक जीतेंगे। इसलिए कांग्रेस कसम खाती है।
मंत्री ने दोहराया कि कांग्रेस को शपथ लेकर लोगों को ब्लैकमेल करना पड़ रहा है। कसम खाकर ब्लैकमेलिंग की राजनीति कर रहे हैं।
मंत्री ने कांग्रेस में मुफ्त बिजली के मुद्दे पर भी बात की। कांग्रेस को आड़े हाथ लेते हुए मंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने कहा है कि वह बिजली मुफ्त देगी, उनकी सरकार आएगी तब तो देगी। 15 साल तक सरकार कांग्रेस की थी, फिर क्या उन्होंने मुफ्त दिया? जहां भी कांग्रेस की सरकार है, क्या आप उसे दे रहे हैं? आज राजस्थान में ही जाएं, यहां पेट्रोल और डीजल की कीमत असम के मुकाबले 16-17 रुपये ज्यादा है। राजस्थान में कुछ दिन पहले तक पेट्रोल की कीमत 109 रुपये, असम में 98 रुपये है।
मंत्री हजारिका ने कांग्रेस की आलोचना करते हुए कहा कि कांग्रेस शासित राज्यों में पेट्रोल की कीमत अधिक है और वे बड़ी-बड़ी बातें कहते हैं। पहले जहां उन्होंने शासन किया है, वहां पेट्रोल-डीजल की कीमतें कम करें। वहां गैस मुफ्त दें, वहां बिजली मुफ्त दें। पत्रकारों द्वारा उठाए गए कर्नाटक मॉडल का जिक्र करते हुए मंत्री ने कहा कि कर्नाटक में कुछ नहीं हुआ है। आप इसे कर्नाटक में भी नहीं देखते हैं, डिप्टी सीएम कहते हैं कि इस बार विकास के पैसे के लिए एक रुपया भी नहीं है। कर्नाटक के डिप्टी सीएम ने असहाय होकर कहा कि बेंगलुरु के विकास के लिए 100 रुपये भी नहीं हैं।
असम के संदर्भ में मंत्री ने कहा कि हम अरुणोदय दे रहे हैं। अरुणोदय में, हमने उस धनराशि को विभाजित किया है, जो बिजली के लिए है। हम अरुणोदय में बिजली के लिए 250 रुपये का भुगतान कर रहे हैं। तो कांग्रेस ने कहा कि इस प्रोपेगैंडा को करने का कोई मतलब नहीं है।
उन्होंने दोहराया कि कांग्रेस को उन क्षेत्रों में एक सीट मिल सकती है जहां अल्पसंख्यकों का वर्चस्व है। वे ऐसे निर्वाचन क्षेत्र में नहीं जीत सकते जहां असमिया लोग हैं, भारतीय लोग हैं।
उन्होंने कहा कि पिछले चुनाव में उन्होंने 27 या 28 सीटें जीती थीं। अगली बार कांग्रेस केवल 15 सीटें जीतेगी। कर्नाटक मॉडल का जिक्र करते हुए मंत्री ने कहा कि इस मॉडल का मतलब टोपी पहनाने वाला मॉडल है। कर्नाटक लगातार तीन दिनों से बंद है। मंत्री ने पूछा कि क्या पिछले ढाई साल में असम में ”असम बंद” हुआ है। कर्नाटक में अपनी खबर ले लो। कावेरी जल विवाद के कारण कर्नाटक लगातार 3 दिन बंद है? क्या यह कर्नाटक मॉडल है? क्या असम में हिमंत बिस्वा सरमा सरकार के सत्ता में आने के बाद असम को बंद कर दिया गया है? यह असम मॉडल है।