26 मार्च: केंद्र और राज्यों में भाजपा के सत्ता में आने के बाद लोकतंत्र और भारत के संविधान को खतरा है। देश उनके संविधान पर चल रहा है। मोदी और सर्बानंद सिर्फ माध्यम थे। इसलिए लोग इस समय बदलाव की ओर झुक रहे हैं।
राजद नेता तेजस्वी यादव ने शनिवार को डर्बी में महागठबंधन के उम्मीदवार कामाख्या प्रसाद माला के समर्थन में एक रैली में यह टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि इस बार असम में 128 सीटों पर भाजपा के कुशासन, अराजकता और झूठे वादों के खिलाफ खेल खेला जाएगा। महागठबंधन ने लोगों के हित में जिन पांच कार्यक्रमों की गारंटी दी है, वे सरकार में आते ही धमाल मचाएंगे। केंद्र की मोदी सरकार ने एक हाथ से अपनी मातृभाषा में बात करके स्थिति बदल दी। उन्होंने कहा कि शिक्षित बेरोजगार युवा रोजगार के अभाव में रोते हुए घर बैठे हैं। लोग आवश्यक खाद्य पदार्थों और पेट्रोल और डीजल की कीमतों में असामान्य वृद्धि के परिणामस्वरूप जीवित रहने के लिए जुझ रहे हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री द्वारा दिए गए 15 लाख रुपये, नौकरी आदि के वादे को भी याद किया।
दिवंगत पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी ने बैठक में कहा कि असम में, देश के बाकी हिस्सों में महिलाएं असुरक्षा से पीड़ित थीं। असम में हर दिन औसतन 19 महिलाओं का अपहरण किया जाता है। राज्य की भाजपा सरकार महिलाओं को सुरक्षा प्रदान करने में पूरी तरह से विफल रही है। पूर्व सांसद सुष्मिता देव ने कहा, इस बार परिमलबाबू का गर्व कुचल दिया जाएगा। उन्होंने लोगों से अपील किया की 1 अप्रैल को धोलाई में अन्यायपूर्ण कुशासन और अराजकता के खिलाफ महागठबंधन के उम्मीदवार कामाख्या प्रसाद माला को भारी अंतर से जिताएं।
पूर्व सांसद सुष्मिता देब के अलावा, बिहार कांग्रेस के सांसद शकील अहमद, झारखंड के वित्त मंत्री रामेश्वर ओरंग, कांग्रेस उम्मीदवार कामाख्या प्रसाद माला और अन्य लोगों ने भी वक्तव्य दिया। बैठक की अध्यक्षता जिला कांग्रेस महासचिव जलाल अहमद मजुमदार ने की।