गुवाहाटी. असम में गृह मंत्री अमित शाह ने ऐलान किया है कि भारत-म्यांमार बॉर्डर पर खुली सीमा की फेंसिंग की जाएगी. म्यांमार से भागकर आ रहे आतंकियों और घुसपैठ को रोकने के लिए दोनों देशों के बीच फ्री मूव को बंद करने पर भी सरकार विचार करेगी.
म्यांमार में विद्रोही गुटों और सेना के बीच लड़ाई तेज हो रही है. इस बीच म्यांमार के 600 सैनिक वहां से भागकर भारत आ गए हैं. मिजोरम सरकार ने इस मुद्दे को लेकर केंद्र सरकार से मदद मांगी है. सैनिकों को वापस म्यांमार भेजने की अपील की है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक म्यांमार से भागे सैनिकों ने मिजोरम के लांग्टलाई जिले के तुईसेंटलांग में असम राइफल्स के पास शरण ले रखी है. सैनिकों ने बताया कि पश्चिमी म्यांमार राज्य के रखाइन में एक हथियारबंद विद्रोही गुट अराकन आम के उग्रवादियों ने उनके शिविरों पर कब्जा कर लिया जिसके बाद वो भागकर भारत आ गए.
मिजोरम के सीएम ने गृह मंत्री अमित शाह से बात की
मिजोरम के हालात को देखते हुए मुख्यमंत्री लालदुहोमा ने शिलांग में हुई एक बैठक में गृह मंत्री अमित शाह से इस मुद्दे पर बातचीत की. सरकारी सूत्रों के मुताबिक, मिजोरम ने राज्य में शरण लेने वाले म्यांमार सेना के जवानों की जल्द वापसी की जरूरत पर जोर दिया. सीएम लालदुहोमा ने कहा- लोग शरण लेने के लिए म्यांमार से भागकर हमारे देश आ रहे हैं और हम इंसानियत के नाते उनकी मदद कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि म्यांमार के सैनिक आते रहते हैं और शरण मांगते हैं. पहले हमने करीब 450 सैनिकों को हवाई मार्ग से वापस भेजा था.