दक्षिण शिलचर, 14 जून 2025:
विश्व रक्तदाता दिवस के अवसर पर भारत विकास परिषद् की दक्षिण शिलचर शाखा द्वारा रक्तदान दिवस मनाया गया। इस वर्ष के थीम “रक्त दें, आशा दें — एक साथ मिलकर जीवन बचाएं” को केंद्र में রেখে कार्यक्रम आयोजित किया गया।
दक्षिण शिलचर शाखा ने समाज में रक्तदान की आवश्यकता को उजागर करने और जागरूकতা फैलाने के उद्देश्य से विभिन्न सोशल मीडिया अभियानों और रक्तदान जागरूकता शिविरों का आयोजन करने की योजना बनाई है।
शाखा अध्यक्ष डॉ. किंगशुक अधिकारी ने अपने संबोधन में कहा कि “रक्तदान एक अमूल्य मानवीय सेवा है। वर्तमान समय में ऑनलाइन माध्यमों के ज़रिए लोगों को रक्तदान के महत्व के बारे में जागरूक करना अत्यंत आवश्यक हो गया है।”
स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ. दर्शन पाटोया ने रक्तदान के शारीरिक लाभों की चर्चा करते हुए कहा कि “रक्तदान केवल दूसरों की जान बचाने का कार्य नहीं है, बल्कि यह दाताओं के स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी है।”
सेवा प्रमुख प्रो. देबोतोष चक्रवर्ती ने कहा कि “रक्तदान की प्रक्रिया, उसके लाभ और आवश्यक सावधानियों के बारे में समाज में व्यापक जानकारी होनी चाहिए, ताकि लोग स्वेच्छा से इस पुण्य कार्य में भाग लें।”
तकनीकी विशेषज्ञ श्री विश्वराज चक्रवर्ती ने आधुनिक डिजिटल प्लेटफार्मों के महत्व पर ज़ोर देते हुए कहा कि “आज सोशल मीडिया के माध्यम से आम जनता में जागरूकता फैलाना सबसे प्रभावी तरीका है। इसे अपनाकर हम जल्दी ही एक बड़ा बदलाव ला सकते हैं।”
कार्यक्रम के अंत में भारत विकास परिषद् के सचिव श्री शंकर सरकार और अन्य पदाधिकारियों ने आम जनता से स्वेच्छा से रक्तदान करने और समाज में इस विषय पर सकारात्मक चर्चा फैलाने की अपील की।
— विशेष प्रतिनिधि, प्रेरणा भारती दैनिक





















