प्रे.स. शिलचर, 22 जनवरी: कछार जिले में सामाजिक कल्याण को बढ़ावा देने की दिशा में एक अहम कदम उठाते हुए, असम की वित्त और महिला एवं बाल विकास मंत्री अजंता नियोग ने बुधवार को मेहरपुर में जिला समाज कल्याण कार्यालय भवन और सिलचर के सदरघाट में नए कोषागार कार्यालय भवन का भव्य उद्घाटन किया। इस मौके पर सांसद परिमल शुक्लाबैद्य, सिलचर विधायक दीपायन चक्रवर्ती और जिला आयुक्त मृदुल यादव समेत कई गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे।
महिला, बच्चों और वंचितों के उत्थान पर जोर
इस कार्यक्रम के दौरान मंत्री अजंता नियोग ने महिलाओं, बच्चों और जरूरतमंद वर्गों की भलाई के लिए सरकार की अटूट प्रतिबद्धता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, “यह नया बुनियादी ढांचा हमारी सेवाओं को लोगों के करीब लाने और हर जरूरतमंद तक पहुंच बनाने के हमारे उद्देश्य को दर्शाता है।”
महिला एवं बाल विकास विभाग की उपलब्धियां गिनाते हुए उन्होंने बताया कि कछार जिले में 16 परियोजना खंडों के अंतर्गत 3,407 आंगनवाड़ी केंद्र संचालित हो रहे हैं। इन केंद्रों के माध्यम से पूरक पोषण कार्यक्रम, पोषण अभियान, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, नशा मुक्त भारत अभियान और सखी वन स्टॉप सेंटर जैसी योजनाएं लागू की जा रही हैं।
सरकार की योजनाओं से लाभान्वित हो रहा समाज
मंत्री ने आंकड़ों के माध्यम से बताया कि जिले में 7,054 गर्भवती महिलाओं, 4,784 स्तनपान कराने वाली माताओं और 1,81,132 अन्य लाभार्थियों तक कल्याणकारी योजनाओं के लाभ पहुंचाए जा रहे हैं। उन्होंने सामूहिक प्रयासों के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि इन योजनाओं का मकसद एक स्वस्थ, सशक्त और समृद्ध समाज का निर्माण करना है।
गणमान्य अतिथियों के विचार
सांसद परिमल शुक्लाबैद्य ने सरकार की पहल की सराहना करते हुए कहा, “नए कार्यालय भवन से प्रशासनिक दक्षता में बढ़ोतरी होगी और जरूरतमंदों तक योजनाओं का निर्बाध क्रियान्वयन सुनिश्चित होगा।” सिलचर विधायक दीपायन चक्रवर्ती ने आंगनवाड़ी केंद्रों की अहम भूमिका को रेखांकित करते हुए कहा कि ये केंद्र ग्रामीण समुदायों के लिए जीवन रेखा हैं। उन्होंने नए कोषागार भवन के जरिए वित्तीय पारदर्शिता को मजबूत करने पर भी जोर दिया।
जिला आयुक्त मृदुल यादव ने अपने उद्घाटन संबोधन में इन नई सुविधाओं को प्रशासनिक उत्कृष्टता और जन-कल्याणकारी योजनाओं के साथ जोड़ने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया। उन्होंने समुदाय को इन पहलों का अधिकतम लाभ उठाने की अपील की।
समाज को बदलने की दिशा में एक नई शुरुआत
महिला एवं बाल विकास विभाग के तहत चल रही योजनाएं—जैसे पूरक पोषण कार्यक्रम, पोषण अभियान और सखी वन स्टॉप सेंटर—ने कछार जिले में सकारात्मक बदलाव लाए हैं। इन ऐतिहासिक इमारतों का उद्घाटन इस जिले के लिए एक नई सुबह का प्रतीक है।
सरकार की इन पहलों ने बुनियादी ढांचे, सामाजिक कल्याण और सामुदायिक भागीदारी के बीच एक सुदृढ़ कड़ी बनाई है। यह प्रयास कछार को समृद्ध और उज्जवल भविष्य की ओर अग्रसर करने में मील का पत्थर साबित होगा।