मणिपुर: स्पीयर कॉर्प्स के तहत असम राइफल्स के निरंतर प्रयासों और मणिपुर पुलिस, नागरिक प्रशासन व अन्य सुरक्षा बलों के समन्वय से 27 फरवरी से 01 मार्च 2025 के बीच मणिपुर के पहाड़ी और घाटी जिलों में 99 हथियारों का स्वैच्छिक आत्मसमर्पण किया गया।
सुरक्षा बलों की रणनीतिक पहल से बड़ा आत्मसमर्पण
- तमेंगलोंग जिले के फैटोल क्षेत्र में सुरक्षा बलों की लगातार वार्ता के परिणामस्वरूप 17 देशी सिंगल बैरल राइफल, नौ इम्प्रोवाइज्ड मोर्टार (पोम्पी), ग्रेनेड, गोला-बारूद और अन्य युद्ध सामग्री का आत्मसमर्पण किया गया।
- कांगपोकपी जिले के सैकुल क्षेत्र में असम राइफल्स और अन्य हितधारकों के प्रयास से सात 12 बोर पंप-एक्शन राइफल और 15 इम्प्रोवाइज्ड मोर्टार आत्मसमर्पित किए गए।
- इंफाल ईस्ट जिले के सगोलमंग में असम राइफल्स की पहल से पांच 12 बोर बोल्ट-एक्शन राइफल, एक लाथोड गन और 11 इम्प्रोवाइज्ड मोर्टार का आत्मसमर्पण हुआ।
इसके अतिरिक्त, सुरक्षा बलों ने 27 फरवरी 2025 को पहाड़ी क्षेत्रों में 10 हथियारों का आत्मसमर्पण कराया, जिनमें एक 7.62 मिमी एसएलआर, एक .303 राइफल, चार सिंगल बैरल राइफल, दो पिस्तौल और दो इम्प्रोवाइज्ड मोर्टार शामिल थे।
28 फरवरी 2025 को कांगपोकपी और तेंगनौपाल जिलों में सुरक्षा बलों के प्रयासों से 14 हथियार आत्मसमर्पित किए गए, जिनमें एक स्नाइपर राइफल, एक पिस्तौल, पांच इम्प्रोवाइज्ड मोर्टार, दो INSAS राइफल, एक कार्बाइन मशीन गन (CMG), एक देशी पिस्तौल, एक 51 मिमी मोर्टार, तीन आईईडी, गोला-बारूद और युद्ध सामग्री शामिल थी।
भारतीय सेना की सक्रिय भूमिका
भारतीय सेना ने मोइरंगपुरेल और इथाम क्षेत्र में संबंधित हितधारकों के साथ संवाद स्थापित कर एक स्टेन मशीन कार्बाइन, तीन 12 बोर सिंगल बैरल राइफल और एक .303 राइफल का आत्मसमर्पण सुनिश्चित किया। इसी तरह सिडेन, चुराचांदपुर जिले में सेना ने पांच हथियारों का आत्मसमर्पण कराया, जिनमें एक .303 राइफल, एक 7.62 मिमी राइफल, एक 12 बोर राइफल, एक सिंगल बैरल राइफल, एक इम्प्रोवाइज्ड मोर्टार, आईईडी, गोला-बारूद और युद्ध सामग्री शामिल थी।
गुप्तचर सूचना पर आधारित अभियान में बड़ी बरामदगी
तेंगनौपाल जिले के सामुकोम क्षेत्र में गुप्त सूचना के आधार पर किए गए संयुक्त अभियान में छह हथियार बरामद किए गए, जिनमें एक 12 बोर सिंगल बैरल राइफल, एक मज़ल लोडेड राइफल, दो 9 मिमी पिस्तौल, दो इम्प्रोवाइज्ड मोर्टार, 10 आईईडी, गोला-बारूद और अन्य युद्ध सामग्री शामिल हैं। बरामद हथियार और गोला-बारूद को मणिपुर पुलिस को सौंप दिया गया।
भारतीय सेना और असम राइफल्स अन्य सुरक्षा बलों के साथ मिलकर क्षेत्र में शांति, सुरक्षा और विकास को बढ़ावा देने के लिए लगातार संयुक्त अभियानों और हितधारकों के साथ निरंतर संवाद में संलग्न हैं।