88 Views
मनोहर गौशाला की ” सौम्या कामधेनु ” गौमाता को विश्व की सबसे लम्बी पूंछ होने का ” गोल्डेन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड ” प्राप्त हुआ है । जोकि सम्पूर्ण भारतवर्ष के लिये गौरवमयी है । दिनांक 15 अक्टूबर 2021 का यह दिन स्वर्णिम दिवस है । आज ” गोल्डेन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड ” के साथ ही साथ गौ अर्क का 11000 वाँ वितरण भी पूर्ण हुआ । सौम्या कामधेनु को विश्व की सबसे लम्बी पूँछ होने का ” गोल्डेन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड ” का अलंकरण ( प्रमाण पत्र ) संस्था की ओर से नवल किशोर राठी जी के शुभ हस्तों से प्रदान किया गया । इस शुभ अवसर पर भारतीय जैन संघटना के राज्य अध्यक्ष पंकज जी चोपड़ा, महासचिव मनोज जी लुंकड़ एवं मनोहर गौशाला के ट्रस्टी महेन्द्र जी लोढ़ा, शांतिलाल जी कोठारी, पुखराज जी कोठारी, प्रवीण जी पारख, पदम जी डाकलिया एवं श्रीमती सपना डाकलिया तथा अग्रवाल समाज के प्रमुख दीपक अग्रवाल, रायपुर जैन समाज के समाज सेवी राजेश जी बरलोटा, सुरेश जी बूरड, सम्पत लाल जी कोठारी एवं सैकड़ों समाजसेवी भी उपस्थित रहे । विगत सात वर्षों से मनोहर गौशाला खैरागढ़ , जिला राजनांदगांव , छत्तीसगढ़ में बुढ़े , निराश्रित एवं नेत्रविहीन गौवंशों की सेवा में समर्पित हैं। इस भाव से यहां कार्य संचालन जारी है। मनोहर गौशाला में गौमूत्र के अलग – अलग प्रभावों पर शोध कार्य भी किया जा रहा है। शोध से प्राप्त गौमूत्र विभिन्न गंभीर रोग जैसे कैंसर आदि के इलाज में उपयोगी है। जिसका बहुतायत उपयोग सम्पूर्ण प्रदेश एवं देश में किया जा रहा है तथा जिसकी समारात्मक प्रतिक्रियाऐं भी आ रही हैं। मनोहर गौशाला में गौ गोबर से खाद भी निर्मित की जाती है इस खाद के प्रयोग से सूक्ष्म एवं फसल में हानिकारक कीट भी समाप्त हो जाते हैं। यह कृषक भाइयों की फसलों को कीड़े मकोड़ों से भी बचाता है। मनोहर गौशाला में गौमूत्र से फसल को बचाने एवं उपयोगी बनाने हेतु ‘ फसल अमृत ” पर भी शोध जारी है ।