नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मन की बात कार्यक्रम में कहा कि देश में बाढ़ से लोगों को तकलीफ उठानी पड़ी है. पहाड़ी इलाकों में लैंडस्लाइड की घटना भी हुईं. इन आपदाओं के बीच देशवासियों ने दिखाया कि सामूहिक प्रयासों की ताकत क्या होती है. एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और आम जनता ने मिलकर काम किया और सामूहिक ताकत दिखाई.
पीएम मोदी ने कहा कि सर्वजन हिताय की यही भावना भारत की पहचान भी है और भारत की ताकत भी है. साथियो, बारिश का यही समय वृक्षारोपण और जल संरक्षण के लिए भी उतना ही जरुरी होता है. अभी 50 हजार से ज्यादा अमृत सरोवरों को बनाने का काम चल भी रहा है. हमारे देशवासी पूरी जागरूकता और जिम्मेदारी के साथ जल संरक्षण के लिए नए-नए प्रयास कर रहे हैं. पीएम मोदी ने कहा कि बारिश का पानी, अब इन कुओं में जाता है, और कुओं से ये पानी, जमीन के अंदर चला जाता है, इससे इलाके में भू-जल स्तर भी धीरे-धीरे सुधरेगा. अब सभी गांव वालों ने पूरे क्षेत्र के करीब-करीब 800 कुएं को रिचार्ज के लिए उपयोग में लाने का लक्ष्य बनाया है. इसी बीच हमने उत्तर प्रदेश में 30 करोड़ पेड़ लगाने का रिकॉर्ड बनाया.
पीएम मोदी ने बताया कि ‘मेरी माटी मेरा देश’ अभियान के तहत देशभर में ‘अमृत कलश यात्रा’ भी निकाली जाएगी। देश के गांव-गांव से कोने-कोने से 7500 कलशों में मिट्टी लेकर ये यात्रा देश की राजधानी दिल्ली पहुंचेगी। ये यात्रा अपने साथ देश के अलग-अलग हिस्सों से पौधे भी लेकर आएगी। 7500 कलशों में आई माटी और पौधों से मिलाकर नेशनल वॉर मैमोरियल के समीप ‘अमृत वाटिका’ का निर्माण किया जाएगा।
पीएम मोदी ने कार्यक्रम में कहा कि सावन के पवित्र महीने मेंआध्यात्मिक के साथ ही सांस्कृतिक दृष्टिकोण का बहुत बड़ा महत्व है. हमारी इस आस्था और इन परम्पराओं का एक पक्ष और भी है. हमारे ये पर्व और परम्पराएं हमें गतिशील बनाते हैं. पीएम मोदी ने बताया कि एमपी के उज्जैन में देशभर के 18 चित्रकार, पुराणों पर आधारित आकर्षक चित्रकथाएं बना रहे हैं. परम्पराओं, अपनी धरोहरों को जीवंत रखने के लिए कई प्रयास हो रहे हैं.
पीएम मोदी ने अपनी अमेरिकी यात्रा का जिक्र करते हुए कहा किमैं अमेरिकी सरकार का आभार करना चाहूंगा, जिन्होंने हमारी सालों पुरानी कलाकृतिया और बहुमूल्य विरासत को लौटाया है. सहज यात्रा को लेकर पीएम मोदी ने कहा कि मन की बात में मुझे इस बार काफी संख्या में ऐसे पत्र भी मिले हैं, जो मन को बहुत ही संतोष देते है. ये चिट्ठी उन मुस्लिम महिलाओं ने लिखी हैं, जो हाल ही में हज यात्रा करके आई हैं. उनकी ये यात्रा कई मायनों में बहुत खास है. पहले मुस्लिम महिलाओं को बिना मेहरम, हज करने की इजाजत नहीं थी. मैं सऊदी अरब सरकार का भी ह्रदय से आभार व्यक्त करता हूं. बिना मेहरम हज पर जा रही महिलाओं के लिए ख़ासतौर पर वुमन कॉर्डिनेटर्स की नियुक्ति की गई थी.
पीएम मोदी ने कहा कि बीते कुछ सालों में हज पॉलिसी में जो बदलाव किए गए हैं, उनकी भरपूर सराहना हो रही है. हमारी मुस्लिम माताओं और बहनों ने इस बारे में मुझे काफी कुछ लिखा है. अब ज्यादा से ज्यादा लोगों को हज पर जाने का मौका मिल रहा है. पीएम मोदी ने कहा कि आजादी के 75 साल पूरे होने के अवसर पर हम सभी पूरे उत्साह से अमृत महोत्सव मना रहे हैं. हमें पिछले साल की तरह इस साल भी हर घर तिरंगा फहराना है. यह परंपरा आगे भी जारी रहेगी.