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प्रेरणा भारती शीतल निर्भीक
वाराणसी। महाकुंभ 2025 के पावन अवसर पर तीर्थयात्रियों की स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए पूर्वोत्तर रेलवे ने प्रयागराज रामबाग और झूंसी रेलवे स्टेशनों पर 24/7 ऑब्जर्वेशन रूम और विशेष चिकित्सा सुविधाओं की व्यवस्था की है। इन सेवाओं के माध्यम से यात्रियों को त्वरित और प्रभावी चिकित्सा सहायता प्रदान की जा रही है।
आज, 28 जनवरी 2025, को झूंसी स्टेशन स्थित ऑब्जर्वेशन रूम और प्राथमिक चिकित्सा केंद्र में 190 श्रद्धालुओं को चिकित्सा सहायता दी गई, जबकि 4 गंभीर मरीजों को स्थानीय अस्पताल में रेफर किया गया। इसी प्रकार, प्रयागराज रामबाग स्टेशन पर 65 यात्रियों को प्राथमिक चिकित्सा दी गई और 1 गंभीर मरीज को अस्पताल रेफर किया गया।

महाकुंभ 2025 के आयोजन के दौरान अब तक कुल 6471 यात्रियों को प्राथमिक चिकित्सा प्रदान की जा चुकी है। इनमें से 52 गंभीर मरीजों को स्थानीय अस्पतालों में रेफर किया गया। इन सेवाओं की निगरानी वाराणसी मंडल के अपर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, डॉ. नीरज कुमार, के नेतृत्व में की जा रही है।
रेलवे द्वारा प्रमुख स्टेशनों पर स्थापित ऑब्जर्वेशन रूम्स में तैनात डॉक्टर और फार्मासिस्ट श्रद्धालुओं को दवाएं, प्राथमिक उपचार सामग्री, और अन्य चिकित्सा उपभोग्य सामग्री प्रदान कर रहे हैं। गंभीर मरीजों के लिए एंबुलेंस की व्यवस्था भी उपलब्ध है, जो उन्हें निकटतम अस्पताल तक पहुंचाती है।
महाकुंभ के दौरान 24/7 चिकित्सा सेवाएं यात्रियों के लिए एक महत्वपूर्ण पहल साबित हो रही हैं। किसी भी आपात स्थिति में यात्रियों को तुरंत सहायता दी जा रही है। रेलवे अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों के साथ समन्वय स्थापित कर गंभीर मरीजों का उपचार सुनिश्चित किया जा रहा है।
भारतीय रेलवे का लक्ष्य महाकुंभ 2025 को सुरक्षित, स्वस्थ और यादगार बनाना है। रेलवे द्वारा उपलब्ध कराई गई चिकित्सा सेवाएं श्रद्धालुओं की यात्रा को सुरक्षित, सुगम और आरामदायक बना रही हैं। इन व्यवस्थाओं से श्रद्धालु निश्चिंत होकर महाकुंभ के आध्यात्मिक अनुभव का आनंद ले रहे हैं।
रेलवे प्रशासन ने यात्रियों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए सभी आवश्यक प्रबंध किए हैं। यह पहल यात्रियों को उच्चतम स्तर की चिकित्सा सुविधा प्रदान करने की दिशा में एक सराहनीय कदम है। रेलवे की इस सेवा ने श्रद्धालुओं के मन में विश्वास और सुरक्षा की भावना को और मजबूत किया है।





















