शिलचर : जेएनयू के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष और सीपीआई के स्टार प्रचारक कन्हैया कुमार शुक्रवार को महागठबंधन ( महाजोट ) के लिए प्रचार अभियान किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि पांच साल पहले बदलाव के नाम पर बनी नई सरकार ने केवल जनता को ठगा है। जनता को इस चुनाव में बदला लेने का एक अच्छा मौका मिला है।
कन्हैया कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से लेकर असम के मंत्री व नेडा के संयोजक डॉ. हिमंत विश्व शर्मा तक को घेरा। मालूम हो कि असम विधानसभा चुनाव में राजनीति अपने चरम पर है। राज्य में पहले चरण का मतदान शनिवार को है जबकि दूसरे चरण के मतदान के लिए बस कुछ ही दिनों का वक्त बचा है।
कन्हैया कुमार की एंट्री से महाजोट के प्रचार अभियान में जान आ गई है। आधे दर्जन से अधिक स्थानों पर उनकी जनसभा हुई। इस दौरान अनेक जगहों पर भी गए। महाजोट के उम्मीदवारों के पक्ष में संगठित होकर मतदान करने की अपील की। सिलचर, सोनाई विधानसभा क्षेत्र में उनकी सबसे ज्यादा सभाएं हुई। शिलकुड़ी चाय बागान में स्थित ऐतिहासिक बरम बाबा मंदिर का दर्शन किया। पूजा अर्चना करने के पश्चात् वह यहां नाचघर में सभा की।
कन्हैया कुमार ने अपने संबोधन में भाजपा को घेरा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की खिंचाई की। कन्हैया कुमार ने कहा कि उनका यहां आने का मुख्य उद्देश्य जनता से बात करना था। पांच साल पहले बदलाव के नाम पर एक नई सरकार बनी। राज्य के मंत्री हिमंत विश्व शर्मा का नाम लिए बिना निशाना साधते हुए कहा कुछ लोग कांग्रेस से अचानक भाजपाई हो गए थे। असम की जनता ने भाजपा को अवसर दिया। ऐसे में वह जानना चाहते है क्या सही में बदलाव हुआ।
अनेक सवाल उनके मन में चल रहा है। सरकार द्वारा कोई काम हुआ। बराक घाटी का एकमात्र पेपर मिल शुरू हुआ। दस और पेपर मिल खुल गए। दस एम्स अस्पताल बन गए। इस क्षेत्र में इंजीनियरिंग कॉलेज और मेडिकल कॉलेज की संख्या बढ़ गई है। जनता उन्हें बताए क्या यह सब काम हुआ है। जवाब नहीं मिलेगा। पांच साल तक चली भाजपा सरकार ने जनता को ठगा है। वादाखिलाफी पर सरकार मौन धारण किए हुई है। किंतु धर्म व जाति के नाम पर मत हासिल करने के लिए सरकार के नुमाइंदे अर्थात भाजपा के मंत्री, विधायक व नेता जनता के चक्कर लगाने शुरू कर दिए है।
एक बार फिर चुनाव का महापर्व आया है। इस चुनाव में असम की जनता से यही अपील करने आए है कि ऐसी पार्टी का बिल्कुल समर्थन न करे, जो इंसान को इंसान से बांटने का काम करता हो। मोदी सरकार पर हमले करने से नहीं चुके। उन्होंने कहा कि देश में एक ऐसी सरकार चल रही जो सज़ा सुनाने से लेकर सज़ा देते तक का काम खुद ही निभाना चाहती है। देश में विभाजकारी की नीति कोई बर्दास्त नहीं करने वाला। यह देश सबका है, सबका था आगे सबका ही रहने वाला।
इस देश के सभी धर्म, संप्रदाय को समान रूप से रहने और जीने का अधिकार है। धर्म और जाति के नाम पर राजनीति जो की जा रही यह स्वीकार्य नहीं है। भाजपा सरकार भरोसे के काबिल नहीं है। जनता ने भरोसा की लेकिन सरकार ने लोगों की भावनाओं को दरकिनार किया। सरकार जनता के लिए पूंजीपतियों के हित में काम कर रही है।
कोई यह बताए बराक घाटी में कनेक्टिविटी के क्षेत्र में जितना काम होना चाहिए हुआ। कोई आवाज उठा भी दे, तो अनसुना कर दिया जाता है। नौजवानों को भी यह समझना कि कोरोना के दौरान चुनाव हो सकते है पर परीक्षा नहीं हो सकती, शिक्षकों की भर्ती समय पर नहीं होती है। देश के नौजवानों को जाति और धर्म के झगड़े में फंसा दिया गया है। पांच साल बाद एक बार फिर मौका आया है। जनता से आह्वान किया कि जो आपसे जुड़ा और आपके क्षेत्र का मुद्दा हो उसपर ध्यान केंद्रीय कर अपना मतदान करे।
उल्लेखनीय है कि कन्हैया कुमार कुंभीग्राम एयरपोर्ट पहुंचे तो उन्हें एक बाइक रैली कर सिलचर लाया गया। यहां से वह कछार जिले के विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों का दौरा चुनावी जनसभाओं को संबोधित किया। सोनाई में एआईयूडीएफ उम्मीदवार के लिए प्रचार किया। कन्हैया कुमार को सुनने के लिए भीड़ भी दिखाई दी। हालांकि उनके चुनाव प्रचार करने से महाजोट को लाभ होगा या नहीं यह तो नतीजे जब आएँगे तब पता चल सकेगा।