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राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ दक्षिण असम विंग ने बुधवार को कई स्थानों पर महालया के अवसर पर भव्य शोभायात्रा का आयोजन किया। इस दिन पश्चिम कछार, मध्य कछार, दक्षिण कछार, लक्षीपुर, श्रीभूमि, रामकृष्णनगर और हैलाकांडी जिलों के 19 ब्लॉकों और 6 शहरों में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें 1044 स्वयंसेवक संघ के पारंपरिक वाद्ययंत्रों की धुन पर सामूहिक रूप से जुलूस में शामिल हुए। जगह-जगह गैरिक ध्वजा के साथ पथ संचलन किया गया। जगह-जगह महिलाएं शंख ध्वनि के साथ फूल और अबीर छिड़ककर गैरिक ध्वज का स्वागत करती हुई नजर आइ। कार्यक्रम के अंत में संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारियों द्वारा स्वयं सेवकों के लिए सम्मान समारोह आयोजित किया गया। वे कहते हैं कि महालया टमें शुभ ऊर्जा बुरी ऊर्जा को नष्ट करने के लिए प्रकट होती है। संयुक्त ताकतें कभी भी बुरी ताकतों से पराजित नहीं हो सकतीं। परिणामस्वरूप, स्वयंसेवकों को देश और समाज से बुरी शक्तियों को नष्ट करने और अच्छी शक्तियों को बाहर लाने की बड़ी जिम्मेदारी स्वीकार करनी होगी। उन्होंने सभी स्वयंसेवकों से एकजुट होकर मातृभूमि की सेवा में कार्य करने का आह्वान किया।