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सर्वदर्शन विभाग, कुमार भास्कर वर्मा संस्कृत एवं पुरातनाध्ययन विश्वविद्यालय के तत्वावधान में महावीर जयंती का भव्य आयोजन श्रद्धा एवं गरिमा के साथ किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति आचार्य प्रह्लाद रा. जोशी ने की।
अपने अध्यक्षीय वक्तव्य में कुलपति महोदय ने कहा, “भगवान महावीर केवल जैन समाज के ही नहीं, अपितु सम्पूर्ण मानवता के पथप्रदर्शक हैं। उनका अहिंसा, सत्य, अपरिग्रह एवं आत्मसंयम का संदेश आज के समय में और भी प्रासंगिक हो गया है। हमें उनके आदर्शों को जीवन में उतारने का प्रयास करना चाहिए।”
कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. विकास भार्गव शर्मा तथा शैक्षणिक कुलसचिव प्रो. ज्योतिराज पाठक ने भी भगवान महावीर के जीवन दर्शन पर अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम की शुरुआत मंगलाचरण एवं भगवान महावीर के चित्र पर पुष्पार्पण से किया गया।
इसके पश्चात् शोध छात्र एवं अतिथि अध्यापक, श्री लिराज काफ्ले ने सभा की उद्देश्य व्याख्या, पुलक उपाध्याय एवं विकास शर्मा ने भगवान महावीर के जीवन-दर्शन एवं उनके सिद्धांतों पर सारगर्भित वक्तव्य दिए। न्याय विभाग के अध्यक्ष डॉ. राजीव लोचन शर्मा ने भी इस अवसर पर अपने विचार रखे।
कार्यक्रम का संचालन शोध छात्रा दिशा प्रियदर्शिनी डेका ने अत्यंत कुशलता से किया। धन्यवाद ज्ञापन सर्वदर्शन विभाग की अध्यापिका श्री लोपामुद्रा गोस्वामी द्वारा किया गया।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के प्राध्यापक, शोधार्थी एवं विद्यार्थीगण बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।




















