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भोपाल 27 अगस्त: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय व मीडिया एंड सोशल मीडिया रिसर्च फाऊंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में संस्कृति और मीडिया की भूमिका विषय पर राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन माखनपुरम स्थित स्वामी विवेकानंद सभागार में किया गया । संगोष्ठी की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो(डॉ)के.जी. सुरेश ने की। जबकि संगोष्ठी के मुख्य अतिथि पूर्व केंद्रीय सूचना आयुक्त उदय माहुरकर, मुख्य वक्ता मध्यप्रदेश साहित्य अकादमी के निदेशक विकास दवे, विशिष्ट अतिथि भोपाल पुलिस आयुक्त हरिनारायणचारी मिश्रा थे । इस अवसर पर कुलगुरु प्रोफेसर सुरेश ने कहा कि संस्कृति हमारे आचार-विचार वेशभूषा में है, हमारे मूल्यों में है । उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति तो हमारे जीवन दर्शन एवं हमारी विरासत में है । प्रो. सुरेश ने कहा कि संस्कृति का अंतिम सत्य समाज एवं राष्ट्र होना चाहिए ।
मुख्य अतिथि पूर्व केंद्रीय सूचना आयुक्त उदय माहुरकर ने ओटीटी प्लेटफार्म पर विकृत कंटेंट को लेकर गहरी नाराजगी जताते हुए इसे समाज एवं संस्कृति के लिए बड़ा खतरा बताया। उन्होंने विकृत सामग्री के लिए कठोर कानून बनाए जाने की मांग की।
विशिष्ट अतिथि भोपाल पुलिस आयुक्त हरिनारायणचारी मिश्रा ने कहा कि मीडिया का उद्देश्य सनसनीखेज खबर छापने की जगह सकारात्मक खबरें छापना होना चाहिए । मीडिया का समाज पर बहुत असर पड़ने की बात करते हुए उन्होंने कहा कि डिजिटल क्रांति के इस युग में सूचनाओं का विस्फोट हो रहा है, जो कि चिंता का विषय है । मीडिया एवं तकनीक के दखल से जीवन प्रभावित होने की बात करते हुए उन्होंने कहा कि जितना परिवर्तन 100 सालों में नहीं हुआ, उतना पिछले एक दशक में हो गया है ।
मुख्य वक्ता मध्यप्रदेश साहित्य अकादमी के निदेशक विकास दवे ने कहा कि भारत का इतिहास गौरवशाली इतिहास रहा है । संस्कृति को पांचवा तत्व बताते हुए उन्होंने कहा कि संस्कृति से राष्ट्र का निर्माण होता है । इलेक्ट्रॉनिक मीडिया एवं जनसंचार विभाग द्वारा आयोजित इस राष्ट्रीय संगोष्ठी में मीडिया एंड सोशल मीडिया के संस्थापक राष्ट्रीय अध्यक्ष ब्रजेश श्रीवास्तव, कार्यक्रम संयोजक शुभम वर्मा, , विवि. के कुलसचिव प्रो. डॉ. अविनाश वाजपेयी, विवि. के शिक्षक एवं विद्यार्थी विशेष रुप से उपस्थित थे ।