धेमाजी (असम), 07 फरवरी । मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा ने बुधवार को धेमाजी जिले के बोगीबील पुल के पास करेंग चापरी में आयोजित 9वें मिसिंग यूथ फेस्टिवल में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. सरमा ने मिसिंग जातीय समूह को राज्य के शुरुआती मूल निवासियों में से एक के रूप में संदर्भित करते हुए कहा कि यह हरे-भरे स्थान की तलाश में असम पहुंचे। मुख्यमंत्री ने कहा, अहोमों से बहुत पहले असम में आकर मिसिंग समुदाय ने समग्र असमिया पहचान को मजबूत करने में बहुत योगदान दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि मिसिंग समुदाय के सदस्यों को अहोमों द्वारा उच्च आधिकारिक पदों पर नियुक्त किया गया था, जिसके कारण तत्कालीन राज्य के प्रशासनिक ढांचे में उनका क्रमिक एकीकरण हुआ। मुख्यमंत्री ने कहा कि अहोम नौकरशाही व्यवस्था में मिसिंग समुदाय के प्रतिभाशाली और कुशल सदस्यों को समायोजित करने के लिए, मिरी हांडिक, मिरी कटकी, मिरी बरुवा जैसे कुछ पद अहोमों द्वारा बनाए गए थे।
मुख्यमंत्री डॉ. सरमा ने कहा कि सराईघाट की लड़ाई और असम पर बर्मी आक्रमण के दौरान मिसिंग समुदाय की वीरता की गाथा पूरे शबाब पर थी।
मुख्यमंत्री डॉ. सरमा ने कहा कि मिसिंग समुदाय के सदस्यों के बीच सामाजिक एकता उनकी सबसे बड़ी ताकत है और यह राजा या सम्राट जैसी कोई केंद्रीय शक्ति नहीं होने के बावजूद दुश्मनों के खिलाफ उनकी कई जीत में प्रकट हुई है। डॉ. सरमा ने कहा कि सामाजिक गतिविधियों में मिसिंग समुदाय के सभी सदस्यों की भागीदारी उल्लेखनीय है। उन्होंने मिसिंग युवाओं को उनकी संस्कृति और पहचान से जोड़े रखने के उद्देश्य से मिसिंग सामाजिक संगठनों के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने आगे कहा कि सामाजिक और धार्मिक त्योहार मिसिंग समुदाय की आध्यात्मिक चेतना को मजबूत कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री डॉ. सरमा की वर्तमान सरकार आदिवासी समुदायों की संस्कृति और विरासत के संरक्षण और संवर्धन की दिशा में अथक प्रयास कर रही है। 1 जनवरी को कैबिनेट की बैठक में निर्णय लिया गया कि राज्य सरकार मिसिंग स्वायत्त परिषद को संवैधानिक दर्जा देने के लिए केंद्र को याचिका भेजेगी। उन्होंने विश्वास जताया कि संवैधानिक दर्जा मिसिंग स्वायत्त परिषद को आने वाले दिनों में मिसिंग समुदाय के सदस्यों की आशाओं और आकांक्षाओं को पूरा करने में मदद करेगा।
उन्होंने मिसिंग यूथ फेस्टिवल की मेजबानी में अग्रणी भूमिका निभाने के लिए ताकम मिसिंग पोरिन केबांग (टीएमपीके) की सराहना की। मुख्यमंत्री डॉ. सरमा ने कहा कि अगले साल से असम सरकार का सांस्कृतिक कार्य विभाग मिसिंग यूथ फेस्टिवल के आयोजन के लिए एक करोड़ रुपये की राशि प्रदान करेगा।
आज के कार्यक्रम में असम के कैबिनेट मंत्री डॉ. रानोज पेगू, जयंत मल्लबरुवा, संजय किसान, सांसद प्रदान बरुवा, विधानसभा सदस्य भुबन पेगू, नब दलै, भुबन गाम, मानब डेका, मिसिंग स्वायत्त परिषद के मुख्य कार्यकारी सदस्य परमानंद चेयेंगिया सहित कई अन्य गणमान्य व्यक्तियों के साथ उपस्थित थे।