गुवाहाटी, 25 जून (हि.स.)। मुख्यमंत्री डॉ हिमंत बिस्व सरमा ने शुक्रवार को जनता भवन स्थित अपने कार्यालय से डीसी, एसपी और जिला स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से राज्य में कोरोना की स्थिति और टीकाकरण की स्थिति की समीक्षा की। राज्य की वर्तमान कोरोना स्थिति की विस्तृत समीक्षा के बाद मुख्यमंत्री ने उपायुक्तों को निर्देश दिए कि जिन क्षेत्रों में कोरोना पाजिटिव की दरें बहुत अधिक हैं, वहां माइक्रो-कॉन्टेंटमेंट जोन के संबंध में जारी दिशा-निर्देशों को सख्ती से लागू किया जाए।
उन्होंने डीसी से टीकाकरण शिविरों में सामाजिक दूरी के मानदंडों का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित करने को भी कहा। उन्होंने सभी अग्रिम पंक्ति के कर्मियों का शत प्रतिशत टीकाकरण करने को कहा ताकि कोरोना का और प्रसार रोका जा सके ।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता समाज के अति संवेदनशील वर्गों से सीधे निपटती हैं और यह बहुत जरूरी है कि उनमें से हर एक को जल्द से जल्द टीका लग जाए। उन्होंने कोरोना टीके नहीं लेने वाली आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का मासिक पारिश्रमिक जारी नहीं करने के भी निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि राज्य सरकार ने जिलों के विकास कथा को नए सिरे से आगे बढ़ाने के उद्देश्य से अभिभावक मंत्री और अभिभावक सचिव की अवधारणा को विकसित किया है। उन्होंने यह भी कहा कि सौंपे गए जिलों में अभिभावक मंत्रियों और अभिभावक सचिवों का दौरा एक नियमित प्रक्रिया होगी और डीसी को निर्देश दिया कि वे अपने कार्यों को सुचारू रूप से चलाने के लिए उनके लिए कैंप कार्यालय स्थापित करें ।
मुख्यमंत्री ने मेगा टीकाकरण शिविर की सफलता में उनके द्वारा निभाई गई भूमिका के लिए जिला स्वास्थ्य पदाधिकारियों और जिला प्रशासन की सराहना भी की। वीडियो कांफ्रेंस में स्वास्थ्य मंत्री केशब महंत, मुख्य सचिव जिष्णु बरुवा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव समीर कुमार सिन्हा, राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव अविनाश जोशी, स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव अनुराग गोयल, एएसडीएमए के सीईओ जीडी त्रिपाठी, एमडी एनएचएम डॉ एस लक्ष्मणन और राज्य सरकार के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।